नई दिल्ली, 3 जुलाई: (एजेंसी) सीबीआई आज अहमदाबाद की खुसुसी कोर्ट में इशरत जहां फर्जी एनकाउंटर मामले में अपनी चार्जशीट दाखिल करेगी। इसके बाद 4 जुलाई जुमेरात को जांच एजेंसी इस मामले में स्टेटस रिपोर्ट गुजरात हाईकोर्ट में दायर करेगी।
माना जा रहा है सीबीआई अपनी पहली चार्जशीट में खुफिया ब्यूरो (आईबी) के खुसुसी डायरेक्टर और सीनीयर आईपीएस आफीसर राजेंद्र कुमार का नाम शामिल नहीं करेगी। हालांकि उनका नाम जांच एजेंसी की आखिरी रिपोर्ट में शामिल किया जा सकता है।
सीबीआई का दावा है कि आईबी ने एनकाउंटर से पहले इशरत और अन्य तीन के साथ पूछताछ की थी और इसके बाद गुजरात क्राइम ब्रांच की टीम ने फर्जी एनकाउंटर में चारों को मार गिराया।
सीबीआई चीफ रंजीत सिन्हा के मुताबिक, जांच एजेंसी का अहम फोकस वाकिया में सीधे तौर पर शामिल रहे लोगों पर रहेगा न कि इसकी साजिश में शामिल लोगों पर। आईबी के खुसुसी डायरेक्टरका नाम नहीं शामिल करने को लेकर सीबीआई पर वज़ारत ए दाखिला का दबाव भी पड़ रहा है।
वज़ारत का कहना है कि कुमार के खिलाफ मुकदमा चलाने के लिए सीबीआई को पहले उससे इज़ाज़त लेनी होगी। गुजरात क्राइम ब्रांच ने 15 जून 2004 को अहमदाबाद के पास एनकाउंटर में इशरत, जावेद शेख उर्फ प्रणीश पिल्लई, अमजद अली अकबरअली राणा और जीशान जौहर को दहशतगर्द बताते हुए मार गिराया था।
सीबीआई डायरेक्टर रंजीत सिन्हा ने मंगल को इंटरपोल कांफ्रेंस के इतर बताया कि हमने गुजरात हाईकोर्ट में वादा किया था कि इस मामले में 4 जुलाई को चार्जशीट दाखिल कर देंगे और हम ऐसा ही करेंगे। हम प्रीलिमरी चार्जशीट दाखिल करेंगे।
इससे पहले गुजरात हाईकोर्ट ने पीर के दिन को गुजरात के एडिशनल डीजीपी पीपी पांडे की इशरत मामले में खुद के खिलाफ दर्ज एफआईआर को रद्द करने वाली दर्खास्त को खारिज कर दिया था।
इशरत जहां फर्जी एनकाउंटर में खुफिया ब्यूरो के खुसुसी डायरेक्टर निदेशक राजेंद्र कुमार के किरदार को लेकर पैदा तनाज़े का मामला पार्लीमानी कमेटी की बैठक में भी उठा।
कमेटी में शामिल बीजेपी MPs ने कुमार की ताइद करते हुए दावा किया था कि एनकाउंटर में मारे गए सभी लोग लश्कर ए तैबा के दहशतगर्द थे।
वज़ारत ए दाखिला की सलाहकार कमेटी की बैठक में बीजेपी एमपीविनय कटियार और योगी आदित्य नाथ ने कहा कि आईबी के खुसुसी डायरेक्टर को निशाना बनाया जाना गलत है।
———बशुक्रिया: अमर उजाला