इसराइल और जापान की राह पर चलने भागवत का मश्वरा

आर एस एस सरबराह मोहन भागवत ने क़ौमी काज़ केलिए काम और ख़िदमत अंजाम देने के मामले में इसराइल और जापान की रविष इख़तेयार करने की वकालत की। उन्होंने कहा कि ये दोनों बुनियादी सतह से तरक़्क़ी करते हुए आज दुनिया के ताक़तवर मुल्क बन चुके हैं।

उन्होंने एक तक़रीब से ख़िताब करते हुए कहा कि हिन्दुस्तान इन दो ममालिक से बहुत कुछ सीख सकता है। ताक़तवर क़ौम परस्ती और तरक़्क़ी की राहें तलाश की जा सकती हैं। उन्होंने बताया कि जापान दूसरी जंग अज़ीम में तबाह-ओ-ताराज होगया लेकिन राख के ढेर से उभरकर आज वो दुनिया में एक ताक़तवर तरीन सनअती मौक़िफ़ हासिल करचुका है।

इसराइल का भी यही मामला है जिस ने ख़ुद इन्हिसारी और क़ौमियत पसंदी के ज़रिए तरक़्क़ी की है। मोहन भागवत ने कहा कि हिन्दुस्तान कसरत में वहदत का हामिल मुल्क है जहां कई ज़बानें और कई तरह की तर्ज़-ए-ज़िदंगी देखी जाती है। आर एस एस इन तमाम को जोड़ने का काम कररही है। उन्होंने नरेंद मोदी की स्वच्छ भारत अभियान की भी सताइश की|