अमरीका ने कहा कि इसराईल उस के मज़बूत तरीन हलीफ़ों में से एक बरक़रार है और इस की तरदीद की कि यहूदी ममलकत के साथ इस के बाहमी ताल्लुक़ात में ख़लीज पैदा हो गई है क्योंकि इसराईल ने ग़ाज़ा पट्टी पर जारिहाना हमला किया है। उन्हों ने कहा कि हमारे ताल्लुक़ात की नौईयत मज़बूत और नाक़ाबिले तबदील है।
हम अहद वासिक़ कर चुके हैं कि इसराईल के हक़ दिफ़ा की ताईद करेंगे और उस के फ़ौजी इक़दामात करने के इसराईली हक़ का भी दिफ़ा करेंगे, जिन से शहरीयों को महफ़ूज़ रखते हुए हरीफ़ की जंगी सलाहीयत का तख़्मीना किया जा सके। ऐसा करना इसराईल की ज़िम्मेदारी है।
वाईट हाउस के प्रैस सेक्रेट्री जोश अर्नेस्ट ने कहा कि ईसराईलीयों और फ़लस्तीनीयों के इलावा दीगर इलाक़ाई फ़रीक़ैन के साथ हमारा तआवुन जारी रहेगा और हम कोशिश करेंगे कि दोनों फ़रीक़ैन को मुज़ाकरात की मेज़ पर अब लाएंगे ताकि तशद्दुद का फ़ौरी ख़ातमा हो सके। उन्हों ने कहा कि तशद्दुद का जारी रहना किसी के भी मुफ़ाद में नहीं है। इंसानी जानों का अलमनाक ज़्यां दोनों फ़रीक़ैन का हो रहा है।
इस में बेक़सूर फ़लस्तीनी शहरी और इसराईली शहरी भी शामिल हैं जिन पर हम्मास ने राकेट हमले किए हैं। उन्हों ने 72 घंटे की जंग बंदी की भरपूर हिमायत की। वज़ारते ख़ारजा अमरीका की तर्जुमान जैन साक़ी ने हुकूमते मिस्र और फ़लस्तीन महमूद अब्बास की सताइश करते हुए कहा कि अमरीका बैन अपने बैनुअल अक़वामी शराकत दारों के साथ तशद्दुद के ख़ातमा के लिए मुशतर्का जद्दो जहद करता रहेगा।
इस से इसराईली शहरीयों को हम्मास के राकेट हमलों से अपनी ज़िंदगीयां महफ़ूज़ रखने का मौक़ा हासिल होगा। ये सिर्फ़ एक मुदाफ़अती निज़ाम है और उसे जारिहाना मक़ासिद के लिए इस्तेमाल नहीं किया जा सकता।