फ़लस्तीनियों और ईसराईलीयों से किसी भी किस्म की मुज़िर और यकतरफ़ा कार्यवाइयां बंद करदेने की ख़ाहिश करते हुए अमरीका ने कहा कि अब वक़्त आगया है कि फ़लस्तीनी और इसराईली क़ाइदीन हक़ीक़ी क़ियादत का सबूत दें ।
अमरीका के महिकमा-ए-ख़ारजा की तर्जुमान विक्टोरिया नौलैंड ने अपनी रोज़ाना प्रेस कान्फ़्रैंस से ख़िताब करते हुए कहा कि 2013 का आग़ाज़ होचुका है और अब वक़्त आगया है कि दोनों फ़रीक़ैन हक़ीक़ी क़ियादत का मुज़ाहरा करें और रास्त बात चीत की मेज़ पर वापसी की ज़रूरत की तकमील के लिए जद्द-ओ-जहद करें ।
अमरीका दोनों फ़रीक़ैन पर ज़ोर देता है कि वाज़ेह तौर पर इस बात का मुज़ाहरा करें कि क्या वाक़ई दोनों फ़रीक़ दो रियासतों के मक़सद को हासिल करने के सिलसिले में संजीदा हैं ताकि पुरअमन बकाए बाहम के साथ मौजूद रह सकें।
अमरीका चाहता है कि इस मौक़ा से इस्तिफ़ादा करते हुए साल 2013 में अमरीका को इसराईल और फ़लस्तीन से जो तवक़्क़ुआत हैं इन का खुल कर इज़हार करें।