अक़वाम-ए-मुत्तहिदा सलामती कौंसल ने हिंदूस्तान में इसराईली सिफ़ारत ख़ाने के स्टाफ़ पर 13 फ़रवरी को पेश आए दहश्त गरदाना हमले की पुरज़ोर मुज़म्मत करते हुए कहा है कि दहश्तगर्दी की कोई भी कार्रवाई मुजरिमाना और ग़ैर वाजिबी है । सदर सलामती कौंसल कोयो मेनन ( टोगो) के जारी करदा बयान में कहा गया है कि कौंसल के अरकान ने नई दिल्ली के दहश्त गरदाना हमले की पुरज़ोर इस्तेलाहों में मुज़म्मत की है जबकि इस हमले का निशाना इसराईल के सिफ़ारती मुलाज़मीन रहे जिस के नतीजे में सिफ़ारती स्टाफ़ और आम शहरियों को ज़ख़म आए ।
इसराईली सिफ़ारतकार ताल यहोशवा कोरियन दिल्ली हमले में ज़ख़मी 4 अफ़राद में से है । बयान में जॉर्जिया के दहश्त गरदाना हमले की भी मुज़म्मत की गई । सलामती कौंसल ने इस हमले के लिए किसी मुल्क को ज़िम्मेदार नहीं ठहराया । कौंसल ने अपने बयान में कहा कि वो सिफ़ारती और क़ौंसल ख़ाना के नुमाइंदों के ख़िलाफ़ तशद्दुद की नई और बार बार पेश आने वाली कार्यवाईयों की मुज़म्मत करती है कियूं के उन से बेक़सूर जानों को ख़तरा लाहक़ हो रहा है और मामूल के काम पर असर पड़ रहा है ।