इसराईल की भरपूर हिमायत पर बी बी सी के ख़िलाफ़ लंदन में एहतेजाज

कई बरसों से जारी एक पेचीदा बना हुआ तनाज़ा जिस का बज़ाहिर इख़तेताम होता नज़र नहीं आता है। सिवाए इस के कि आलमी इबलाग़ इदारे दिन भर के दौरान इस बारे में चंद मिनटों पर मुश्तमिल एक मुख़्तसर और जामे नौईयत की ख़बर नशर कर देते हैं।

ये ग़ालिबन नागुज़ीर है कि जानिबदारी के इल्ज़ामात हर बार इसराईल और फ़लस्तीनीयों के दरमयान होने वाले टकराव के मौक़ा पर सामने आते हैं। जैसा कि इबलाग़ी इदारे कोशिश करते हैं कि मगर कई बार नाकाम हो जाते हैं।

इस पसमंज़र में इस जारी तसादुम की मीडिया कवरेज का ताज़ा तरीन बाब भी मुख़्तलिफ़ नहीं है। इस रुजहान के हामिल ग्रुप से क़ुरबत रखने वाले 14000 अफ़राद ने ऑनलाइन एक पेटीशन भी दायर की है जिस का बुनियादी नुक्ता ब्रॉड कॉस्टर्स से इस अपील पर मबनी है कि ग़ाज़ा पर मुसल्लत की गई जंग के हवाले से अपनी कवरेज को बेहतर करें। दूसरी जानिब बी बी सी का हरीफ़, चैनल फ़ोर भी इसी नौईयत की तन्क़ीद की ज़द में है।