इसराईल को अपने दिफ़ा का पूरा हक़, फ़लस्तीनी हलाकतों पर अफ़सोस

एक तरफ़ जहां इसराईल के फ़लस्तीन पर जारीया हमलों पर सारी दुनिया में मुज़म्मत की जा रही है, वहीं सदर अमरीका बराक ओबामा ये कहते नहीं थक रहे हैं कि अमरीका की मईशत में बेहतरी वाक़े हो रही है जो इस बात की अलामत है कि दुनिया के सब से ज़्यादा ताक़तवर और तरक़्क़ी याफ़्ता मुल्क के सदर को इसराईली हमलों और फ़लस्तीनी हलाकतों की कोई ख़ास परवाह नहीं है हालाँकि रस्मी तौर पर अमरीका ने जंग बंदी की ख़िलाफ़वर्ज़ी की सख़्त अलफ़ाज़ में मुज़म्मत ज़रूर की है लेकिन इस से कोई मसअला हल नहीं होगा।

ओबामा ने हम्मास से ख़ाहिश ज़ाहिर की है कि वो जंग बंदी को संजीदा तरीक़ा से लेते हुए अमनो अमान के क़ियाम को यक़ीनी बनाए और ये भी कहा है कि जिस इसराईली फ़ौजी को हम्मास ने अग़वा किया है, उसे फ़ौरी रिहा किया जाये। ओबामा ने कहा कि वो इस बात को यक़ीनी बनाना चाहते हैं कि हम्मास उन की अपीलों को सुन रहा है लेकिन ऐसा तो नहीं कि हमारी तमाम अपीलों को मुस्तरद किया जा रहा हो।

जब बैनुल अक़वामी सतह पर जंग बंदी का एलान किया गया था। उस वक़्त जंग बंदी की ख़िलाफ़वर्ज़ी करते हुए 2 इसराईली फ़ौजीयों की हलाकत का हम्मास पूरी तरह ज़िम्मेदार है। ओबामा ने एक बार फिर अपने मुल्क यानी अमरीका के बारे में ये बावर करने वालों को जो उसे सूपर पावर समझते हैं, वज़ाहत करते हुए कहा कि यूक्रेन और ग़ाज़ा बोहरान ने अमरीका को भी दहला के रख दिया।

सूपर पावर होने का मतलब ये नहीं कि दुनिया में रुनुमा होने वाला हर वाक़िया और बोहरान अमरीका के कंट्रोल में है। रिपोर्टर्स की जानिब से पूछे गए एक सवाल का जवाब देते हुए उन्हों ने कहा कि अब अवाम भी शायद इस बात को फ़रामोश कर चुके हैं कि अमरीका दुनिया का ताक़तवर तरीन मुल्क होने के बावजूद भी दुनिया में जारी कई बोहरानों पर कंट्रोल करने से क़ासिर है।