इसराईली हुकूमत ने इस इल्ज़ाम को रद्द किया है कि उस ने ईरान के जौहरी प्रोग्राम के हवाले से अमरीका और ईरान के दरमयान होने वाले मुज़ाकरात की जासूसी की है। याद रहे कि एक सेक्युरिटी कंपनी ने हाल ही में कहा था कि इसराईल ने एक कम्पयूटर वाइरस की मदद से मुज़ाकरात के मुक़ामात की जासूसी की।
रूसी कंपनी कीस्परस्की का कहना था कि तीन यूरोपीय होटलों पर होने वाली हैकिंग इस क़दर पेचीदा थी कि वो कोई हुकूमत ही कर सकती थी।
आलमी ताक़तों और ईरान के दरमयान ईरानी जौहरी प्रोग्राम के बारे में मुज़ाकरात जारी हैं और उन मुज़ाकरात को कामयाब बनाने के लिए हतमी तारीख़ 30 जून है। ऑस्ट्रिया और स्विटज़रलैंड दोनों ने इस मुआमले की तफ़तीश शुरू कर दी है।