इसराईल फिलीस्तीन के दरमयान अब जंगें नहीं होंगी

यरूशलम, 19 अक्टूबर, ( पी टी आई) हम्मास के क़बज़ा से 1941 दिन के बाद रिहाई पाकर खुली फ़िज़ा-ए-में सांस लेने वाले इसराईली सिपाही गिलाद शलीत ने आज तवक़्क़ो ज़ाहिर की कि अब मुस्तक़बिल में फिलीस्तीन के साथ मज़ीद कोई जंगें नहीं होंगी।

इस ने बज़ाहिर ख़ुशी और राहत का इज़हार करते हुए मिस्र के टेलीविज़न को इंटरव्यू दिया और कहा कि मुझे तवक़्क़ो है कि क़ैदीयों की रिहाई केलिए इसराईल और फ़लस्तीन के दरमयान ये मुआहिदा अमन को फ़रोग़ देगा और उम्मीद करता हूँ कि मुस्तक़बिल में इसराईल और फ़लस्तीन के दरमयान कोई जंगें नहीं होंगी।

हम्मास की जानिब से मिस्र को हवाले किए जाने के बाद गिलाद शलीत ने कहा कि उसे रिहाई के बाद ख़ुशी महसूस हो रही है।

ये पूछे जाने पर कि आया वो इसराईली जेलों में मुक़य्यद फ़लस्तीनी क़ैदीयों की रिहाई के लिए मुहिम चलाएगा? इस ने कहा कि मुझे ये देख कर ख़ुशी होगी कि इसराईली जेलों से रहा होने वाले अफ़राद इसराईल के ख़िलाफ़ हथियार नहीं उठाएंगे।

6साल बाद इसराईल को ज़िंदा वापिस होने वाला ये पहला यहूदी क़ैदी है, इसको हम्मास के जन्ग्जो ने पाँच साल क़बल एक कार्रवाई के दौरान यरग़माल बनाया था।