नक्सलियों से निबटने के लिए झारखंड पुलिस अब वार रूम या ऑपरेशन कंट्रोल रूम का सहारा लेगी। इसका इस्तेमाल नक्सलियों के खिलाफ पॉलिसी बनाने और जवानों को मदद पहुंचाने के लिए किया जाएगा। इसकी तामीर की अमल हतमी मरहले में है।
रियासत तशकील दिवस 15 नवंबर को इसका आगाज कर देने की एमकान है। इस रूम में नक्सल ऑपरेशन के जानकार अफसर ही बैठेंगे। वे मुठभेड़ मुकाम से सीधे जुड़ सकेंगे। उन्हें नक्सलियों की सरगरमियों की जानकारी फौरन मिलती रहेगी। मुतल्लिक़ अज़ला के एसपी को भी इसमें शामिल किया जाएगा।
इसरो करेगा मदद
झारखंड स्पेस एप्लीकेशन एंड रिसर्च सेंटर(इसरो) पुलिस की मदद करेगा। मजकुरह सारे काम इंटरनेट के जरिए सेटेलाइट से पूरे होंगे। साबिक़ में ही इसरो ने रियासत के मुखतलिफ़ अज़ला की जेओग्राफ़ीयायी हैसियत और मैप पुलिस को फराहम करा दिया है। मजकुरह मैप नक्सल सरगरमियों से मुतल्लिक़ हैं।
साथ ही जिले के एसपी को लैपटॉप दिया गया है। जिसमें उनके इलाक़े की सारी जानकारी फराहम करा दी गई है। इसी लैपटॉप को इंटरनेट से जोड़ा जाएगा। जवानों और नक्सलियों की हालत की जानकारी मिलेगी, जवान अगर जंगल में भटक जाते हैं, तो उन्हें सही जगह भेजा जा सकेगा।