बेंगलुरु: एक महीने से भी कम समय 103 कृत्रिम ग्रहों(Artificial Planet) अंतरिक्ष में पहुंचाने के लिए रह गया है जबकि इंडियन स्पेस रिसर्च आर्गेनाइजेशन (इसरो) ने आज कहा कि इसका उद्देश्य कृत्रिम ग्रहों खुला में प्रस्थान द्वारा एक नया रिकॉर्ड स्थापित करना है। इसरो के अध्यक्ष ए एस किरण कुमार ने आज कहा कि हम रिकार्ड स्थापित करने की परवाह नहीं करते लेकिन हम सिर्फ अपनी योग्यता बढ़ाने के इच्छुक हैं और चाहते हैं कि कृत्रिम ग्रहों अंतरिक्ष में प्रस्थान के द्वारा अपनी क्षमता को इतिहास में दर्ज कराएं।
इसरो के PSLV-C376 द्वारा संभावना है कि 103 कृत्रिम ग्रह अंतरिक्ष में रवाना किए जाएंगे। इनमें 100 स्टेलाईटस विदेशी हैं। भारत के 3 स्टेलाईटस कार्टोसाट। II श्रृंखला हैं। उनका वजन 730 किलोग्राम है। एक सरकारी अंतरिक्ष एजेंसी के मुताबिक इससे पहले जनवरी के अंतिम सप्ताह में 83 स्टेलाईटस अंतरिक्ष में भेजने की योजना बनाई थी लेकिन इसमें देरी हो गई और अब यह स्टेलाईटस फरवरी के अंतिम सप्ताह में रवाना किए जाएंगे। इसका प्रस्थान भारत की क्षमता में वृद्धि का प्रदर्शन होगा।