इस्कैटिंग रेस जो शुरू होते ही ख़तन होगई

ज़रूरत से ज़्यादा ख़ुद एतिमादी दिखाने की कोशिश महंगी भी पड़जाती है।नार्वे में कुछ ऐसा ही नज़ारा (देदार) देखा गया जहां उसकीइंग में शरीक खिलाड़ियों ने रेस शुरू ही की थी के मामूली सी ग़लती के बाइस सारे के सारे मन चले बर्फ़ पर ढेर होगए।

एकगा ड़ी के पीछे बंधी रस्सी पकड़े इन असकीइरज़ ने ख़ुदएतिमादी के साथ शुरूआत तो की लेकिन अचानक क़तार में खड़ा पहला शख़्स अपना जिस्मानी तवाज़ुन बरक़रार ना रखते हुए गिर अगया।बस फिर किया था इस के सहारे क़तार में खड़े दीगर साथी भी सैकिण्डज़ में बर्फ़ पर ढेर हो गए और देखते ही देखते खेल इबतदा-ए- में ही इख़तताम(कतम) पज़ीर(कुबूल) हो गया।