इस्तीफ़ा की इत्तिलाआत ग़लत दयाकर राउ

तेलंगाना तेलगुदेशम फ़ोर्म के कन्वीनर ई दयाकर राउ ने आज ज़राए इबलाग़ की इन इत्तिलाआत की तरदीद की कि तेलंगाना के ज़िमनी इंतिख़ाबात में पार्टी की शिकस्त की अख़लाक़ी ज़िम्मेदारी क़बूल करते हुए उन्हों ने इस ओहदा से इस्तीफ़ा दे दिया है । अख़बारी नुमाइंदों से बात चीत करते हुए उन्हों ने कहा कि इन इत्तिलाआत में कोई सदाक़त नहीं है और वो इन इत्तिलाआत के जारी किए जाने की वजह समझने से क़ासिर हैं। वाज़ेह रहे कि ये इत्तिलाआत दी जा रही थीं कि मिस्टर दयाकर राउ ने इस ओहदा से इस्तीफ़ा दे दिया है ।

कहा जारथा कि वो दो क़ाइदीन एम नरसिमहलू और रेवन्त रेड्डी के तर्ज़ अमल से नाराज़ थे । इन दोनों के ताल्लुक़ से कहा जा रहा था कि ये दोनों फ़ोर्म से सलाह-ओ-मश्वरा के बगैर कई प्रोग्राम्स अपने तौर पर मुनाक़िद कर रहे हैं। समझा जाता है कि मिस्टर दयाकर राउ ने इस ताल्लुक़ से पहले ही पार्टी सदर मिस्टर इन चंद्रा बाबू नायडू से शिकायत करदी है और कहा कि ये दोनों क़ाइदीन किसी को ख़ातिर में लाने को तय्यार नहीं हैं

लिहाज़ा उन को क़ाबू में क्या जाना चाहीए । ये भी कहा गया था कि मिस्टर दयाकर राउ का ख़्याल था कि मिस्टर चंद्रा बाबू नायडू इन दोनों को उम्दा हौसला दे रहे हैं।

कहा गया था कि मिस्टर दयाकर राउ ने ज़िमनीइं तिख़ाबात की शिकस्त को वजह क़रार देते हुए अपने ओहदा से इस्तीफ़ा पेश कर दिया है । वो इस बात से भी नाराज़ थे कि ये दोनों क़ाइदीन दयाकर राउ को उन के हलक़ा असेंबली में ही बदनाम कर रहे हैं और वो वहां आज़ादी से अवाम के दरमियान जाने के मौक़िफ़ में भी नहीं हैं ।

ये भी कहा गया है कि मिस्टर दयाकर राउ तेलगुदेशम पार्टी से ही सुबकदोशी इख़तियार करने और अपनी असेंबली की रुकनीयत से इस्तीफ़ा पेश करते हुए तेलंगाना तहरीक में शामिल होने की मंसूबा बंदी कर रहे हैं जिस तरह उन के साबिक़ साथी एन जनार्धन रेड्डी ने किया है । कहा गया है कि मिस्टर ई दयाकर राउ अपने इस्तीफ़े के ज़रीया तेलंगाना अवाम का एतिमाद हासिल करना चाहते हैं। वो इस बात से भी नाराज़ हैं

कि पार्टी सदर चंद्रा बाबू नायडू ने उन्हें राज्य सभा की रुकनीयत केलिए मुनासिब नहीं समझा और टी देवेंद्र गोड़ को ये ओहदा दे दिया है ।