इस्तीफ़ों के मसअले पर सीमा – आंध्र क़ाइदीन में इख़्तिलाफ़

मर्कज़ी वज़ीरे टेक्सटाइल के एस राव ने कहा कि हमारे नज़दीक कांग्रेस से ज़्यादा सीमा – आंध्र अवाम के जज़बात की एहमीयत है। वाज़ेह रहे कि मिनिस्टर क्वाटर्स में आज सीमा – आंध्र से ताल्लुक़ रखने वाले मर्कज़ी वुज़रा और कांग्रेस अरकाने पार्लीयामेंट का इजलास मुनाक़िद हुआ, जिस में तेलंगाना फ़ैसला और सीमा – आंध्र में जारी एहतेजाज का जायज़ा लिया गया।

बावसूक़ ज़राए के बामूजिब इस्तीफ़ों के मसअले पर मर्कज़ी वुज़रा और अरकाने पार्लीयामेंट के दरमयान इख़्तिलाफ़े राय पैदा हो गया और मुस्ताफ़ी हुए बगै़र हाईकमान और मर्कज़ी हुकूमत पर दबाव डालने की तजावीज़ पेश की गईं, ताहम मीडिया के सामने इख़्तिलाफ़ की कोई बात ना करने पर इत्तिफ़ाक़ किया गया।

बादअज़ां मीडिया से बात-चीत करते हुए के एस राव ने कहा कि हमारी जद्दो जहद का नतीजा है कि मर्कज़ी हुकूमत ने एन्टोनी कमेटी तशकील दी और रियासत की तक़सीम के मसअले पर हाईकमान नज़रेसानी के लिए मजबूर हो गई।

वज़ीरे आज़म मनमोहन सिंह ने तक़सीम के मसअले पर वुज़रा की कमेटी की तशकील का त्यक़्कुन (भरोसा) दिया है, जबकि रियासत की तक़सीम रोकने के लिए हम मुत्तहिद हैं, हमारे कोई सयासी अज़ाइम नहीं हैं, ताहम रियासत को मुत्तहिद रखने के फ़ैसला ही से सीमा – आंध्र में जारी एहतेजाज रुक सकता है। उन्हों ने बताया कि रियासत को मुत्तहिद रखने के लिए एन्टोनी कमेटी से नुमाइंदगी की गई है।