वजीरे आला जीतन राम मांझी ने जुमा की देर शाम जदयू के सीनियर लीडर व साबिक़ वजीरे आला नीतीश कुमार से उनके रिहाइशगाह पर जाकर मुलाकात की। दोनों ने करीब पौने दो घंटे तक बंद कमरे में बातचीत की। नीतीश कुमार से वजीरे आला की मुलाकात के बाद दोनों के दरमियान दूरियों को लेकर लग रही कयास आरियों पर रोक लगने के आसार हैं।
जुमा को दिन भर अपने मुस्तकबिल को लेकर मीडिया के सवालों से घिरे वजीरे आला रात आठ बजे सात सकरुलर रोड वाकेय नीतीश कुमार के रिहाइशगाह पहुंचे। उनके साथ न कोई अफसर था और न कोई लीडर। दोनों लीडरों के दरमियान बातचीत का कोई सरकारी तफ़सीलात नहीं मिला। लेकिन ज़राये के मुताबिक दो-तीन दिनों से मीडिया में इन दोनों लीडरों के दरमियान आ रही एख्तेलफ़ात की खबरों और सीएम के दामाद मामले तक पर बात हुई। वजीरे आला सनीचर की दोपहर गोवर्नर डॉ डीवाइ पाटील से मिलने मुंबई जायेंगे।
आखिर में सिस्ट के ऑपरेशन के बाद गोवर्नर डॉ पाटील मुंबई वाकेय अपने रिहाइशगाह पर सेहत लाभ कर रहे हैं। वजीरे आला ने जीतन राम मांझी की गोवर्नर से मुलाकात को अदाब मुलाकात बताया है। पहले साबिक़ वजीरे आला नीतीश कुमार और फिर अगले दिन गोवर्नर से मुलाकात की खबर आने के बाद सियासी हलकों में वजीरे आला के इस्तीफे तक की अटकलें लगती रहीं। हालांकि जदयू ज़राये ने इससे सीधा इनकार किया है।
गुजिशता सप्ताह जदयू के क़ौमी सदर शरद यादव भी पटना आये थे और उन्होंने वजीरे आला जीतन राम मांझी और साबिक़ वजीरे आला नीतीश कुमार से अलग-अलग मुलाकात की थी। इसी दौरान शरद यादव ने मांझी हुकूमत के कुछ वज़ीरों से भी हुकूमत के कामकाज का फीडबैक लिया था।