डीआईजी अनवर हुसैन की जनता दरबार में इंसाफ के लिए फरियाद जमा हुये। क्योटी थाना हल्का के दिघयार गाँव बाशिंदा परवेज़ आलम की बेटी नाजरीन खातून ने डीआईजी को अपनी आपबीती सुनते हुये कहा के गुजिशता दिनों इसका अगवा कर लिया गायगा और उसकी आबरूरेजी करने के बाद उसे मुंबई में फरोख्त कर दिया गया। मौका मिलते ही वो वहाँ से भाग कर जब गाँव पहुंची और अदालत में 164 का बयान दर्ज़ कराया तो उसे कहबा खाना पहुँचाने वाले लोगों ने कागज़ पर उसका और उसकी माँ की दस्तखत ज़बरदस्ती लेकर शादी का फर्जी सनद तैयार कर लिया गया और मुकदमा को रुपए और पैरवी की बदौलत झूठा साबित कराने की बात कह रहा है। मुतासीरा ने डीआईजी को बताया के उसकी यौम पैदाइश 5-8-1999 है और वो नाबालिग है। उसके बावजूद गाँव के मुखिया फतह अहमद की मिली भगत से फर्जी निकाहनामा तैयार कर लिया गया।
मुतासिरा ने पूरे मामले की आला सतही जाँच करने समेत कसूरवारों की गिरफ्तारी की मांग की गयी। डीआईजी ने मामले को संजीदगी से लेते हुये उसकी जांच कराने की हिदायत दी।