इस्मतरेज़ि और हादिसा के मुतास्सिरीन का ईलाज यक़ीनी बनाने हुकूमत को हाइकोर्ट की हिदायत

नई दिल्ली, 01 फरवरी: (पी टी आई) दिल्ली हाइकोर्ट ने आज मुक़ामी हुकूमत से कहा कि वो तमाम अस्पतालों को हिदायत जारी कर दे कि फ़ौजदारी जराइम के किसी भी मुतास्सिरा शख़्स का ईलाज करने से इनकार ना किया जाये। खासतौर पर इस्मतरेज़ि और ट्रैफ़िक हादिसात के मुतास्सिरीन का ईलाज करने से गुरेज़ ना किया जाये।

चीफ़ जस्टिस डी मोरोगीसन (chief justice d murugesan) की ज़ेर-ए-सदारत क़ायम हाइकोर्ट की एक बेंच ने कहा कि ऐसे मुतास्सिरीन को इब्तिदाई तिब्बी इम्दाद और बाक़ायदा ईलाज जो भी ज़रूरी हो, तरजीही बुनियादों पर किया जाना चाहीए। अदालत ने जो क़ब्लअज़ीं 16 दिसंबर को 23 साला तालेबा की इजतिमाई इस्मतरेज़ि वाक़िया पर अज़खु़द कार्रवाई कर चुकी है, मुक़ामी अस्पतालों को हिदायत दे कि वो ऐसे मुतास्सिरीन का ईलाज करने से सिर्फ़ इस वजह से इनकार ना करें कि इनका मुक़द्दमा किसी जुर्म से मुताल्लिक़ है।

दिल्ली हुकूमत की जानिब से इस तयक्कुन के बाद कि इस मसला पर अंदरून एक माह हुक्मनामा जारी किया जाएगा , बेंच ने जो जस्टिस वी के जैन पर भी मुश्तमिल थी, कहा कि कमिश्नर पुलिस ,पुलिस ओहदेदारों को फ़ौरी हुक्म जारी करेंगे कि ऐसे अश्ख़ास या मुतास्सिरीन को ईलाज के लिए फ़ौरी क़रीबी अस्पताल मुंतक़िल किया जाये।

दरीं असना दिल्ली पुलिस ने सर बमुहर लिफाफे में ताज़ा मौक़िफ़ रिपोर्ट पेश की जिस में पी सी आर व्यांस में तैनात पुलिस मुलाज़मीन के किरदार, फ़राइज़ और ज़िम्मेदारीयों की तफ़सील बयान की गई है। अदालत ने जो क़ब्लअज़ीं पुलिस और दीगर ओहदेदारों के लिए कई रहनुमाया नाख़ुतूत जारी कर चुकी है, इस इल्ज़ाम की भी समाअत कर रही है कि 16 दिसंबर की इजतिमाई इस्मतरेज़ि की मुतास्सिरा को अस्पताल मुंतक़िल करने में ताख़ीर की वजह से उसकी जान ज़ाए हो गई।

ये अस्पताल जहां उस लड़की को मुंतक़िल किया गया था, मुक़ाम वारदात से काफ़ी दूर था जहां इसके हमलावरों ने उसे बस से बाहर फेंक दिया था। मुक़द्दमा की समाअत के दौरान अदालत ने पुलिस से ख़ाहिश की कि वो आलमी मौक़िफ़ मालूम करने का निज़ाम तमाम ख़ानगी ट्रांसपोर्ट गाड़ीयों में नसब करने पर ग़ौर करे ताकि ऐसे जराइम की सूरत में इन गाड़ीयों का महल वक़ूअ मालूम किया जा सके।

दिल्ली पुलिस की पैरवी करते हुए कृष्णन ने अदालत को तयक्कुन दिया कि उसकी तमाम हिदायात पर अमल आवरी की जाएगी। तमाम पी सी आर सिस्टम को इत्तिला दे दी जाएगी और ताज़ा रहनुमाया हिदायात जारी की जाएंगी ताकि पुलिस कारकर्दगी ज़्यादा मूसिर बनाई जा सके।