इस्राईल से संबंध सऊदी अरब के लिए कलंक का टीका : आयतुल्लाह ख़ातमी

तेहरान : तेहरान में एक तकरीन में आयतुल्लाह सय्यद अहमद ख़ातमी ने सीरिया में आतंकवादी गुट दाइश के अपराध की ओर इशारा करते हुए कहा कि जबसे सऊदी अरब में आले सऊद शासन ब्रिटेन की मदद से सत्ता में पहुंचा है, उस समय से यह शासन जनसंहार व लूटमार कर रहा है। उन्होंने कहा कि आज जो कुछ यमन में हो रहा है वह सऊदियों के तीन शताब्दियों से जारी अतिक्रमण, लूटमार और जनसंहार का नतीजा है।

आयतुल्लाह सय्यद अहमद ख़ातमी ने सऊदी सरकार को मानवाधिकार के ख़िलाफ़ बताते हुए कहा, “सऊदी पहले तो ज़ायोनी शासन के साथ गुप्त संबंध रखे हुए थे और अब खुल्लम खुल्ला संबंध बनाए हुए हैं। आले सऊद फ़िलिस्तीन की निहत्थी व निर्दोश जनता के साथ लड़ाई में ज़ायोनियों के अपराध में शामिल है।” उन्होंने ज़ायोनी शासन के साथ सऊदी अरब के सहयोग को आले सऊद के लिए क्लंक के टीके की संज्ञा देते हुए कहा कि इस्लामी जगत जल्द ही बच्चों के हत्यारे इस शासन का पतन देखेगा।

तेहरान के जुमे के अस्थायी इमाम ने सीरिया में घोषित संघर्ष विराम के बारे में कहा कि इस्लामी गणतंत्र ईरान हर उस क़दम का समर्थन करता है जिससे सीरिया में रक्तपात को ख़त्म करने में मदद मिले। आयतुल्लाह ख़ातमी ने सीरिया संकट के जारी रहने के पीछे अमरीका और पश्चिम को ज़िम्मेदार बताते हुए कहा कि उस वक़्त तक सीरिया संकट का हल नहीं निकलेगा जब तक अमरीका, आतंकवादी गुट और उसके समर्थक सीरिया से बाहर नहीं निकलते। उन्होंने इसी प्रकार काला धन के ख़िलाफ़ संघर्ष करने वाले गुट फ़ायनेन्शल ऐक्शन टास्क फ़ोर्स में ईरान के शामिल होने के बारे में कहा कि इसका फ़ैसला देश की उच्च राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद करेगी।