वाशिंगटन: डोनाल्ड जॉन ट्रंप ने कल लिंकन और अपनी मां की दी हुई बाइबल पर हाथ रखकर राष्ट्रपति पद की शपथ ली. वे अमेरिका के 45 वें राष्ट्रपति बने. उन्हें अमेरिका के चीफ जस्टिस ने शपथ दिलाई. शपथ ग्रहण के बाद दिए स्पीच में उन्होंने कहा कि हम इस्लामिक टेरेरिज्म को धरती से मिटा का रहेंगे.
जनसत्ता के अनुसार, शपथ के बाद अपनी पहली स्पीच में ट्रंप ने कहा- दुनिया भर के लोगों का धन्यवाद. हम अमेरिका के नागरिक आज एक बड़े राष्ट्रीय प्रयास से जुड़े हैं. हम लोगों के लिए एकजुट हुए हैं. हम लोग मिलकर ये निश्चय करेंगे कि कई वर्षों तक साथ रहेंगे. चुनौतियों का सामना करेंगे, इसके बावजूद अपने कार्य करने में सफल होंगे. हम चाहेंगे कि शांति भी रहे. हम आभारी हैं ओबामा और मिशेल ओबामा के जो यहां मौजूद हैं. उन्होंने काफी काम किया है. आज की सेरेमनी बहुत अहम है.
इस ऐतिहासिक मौके पर आज आप लाखों की संख्या में आए हैं. इस आंदोलन में देखना ये है कि राष्ट्र सदा बना रहता है और अमेरिकन महान हैं, वो सुरक्षित रहना चाहते हैं, लोगों को उनका ये अधिकार मिलना चाहिए. बच्चों, तथा महिलाओं की स्थिति सुधरनी चाहिए. ड्रग्स ने जिस तरह युवाओं को बर्बाद किया है उसे हमें रोकना है, आज से अभी से रोकना है. हम अपनी सीमाओं की रक्षा करेंगे, दुनिया भर से इस्लामिक टेरेरिज्म को को मिटा कर रहेंगे.
हम एकजुट होकर अपने लक्ष्य की ओर बढ़ेंगे इसी बात की मैंने आज शपथ ली है. कई दशकों तक हम देखते रहे कि विदेशी उद्योग पनपता रहा और अमेरिकी उद्योग पीछे रह गया. हमने दूसरे देशों के सीमाओं की सुरक्षा की लेकिन हम अपनी सीमाओं की रक्षा नहीं कर पाए.
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बता दें कि वॉशिंगटन डीसी के लॉगन सर्किल में करीब 200 विरोधियों ने प्रदर्शन किया. कई मॉस्क और ब्लैक ड्रेस पहन कर विरोध कर रहे थे. शपथ समारोह का अपोजिशन के सांसदों ने बायकॉट भी किया. सेरेमनी में डेमोक्रेटिक पार्टी के 60 सांसद शामिल नहीं हुए.