न्यूयार्क 2 मई ( एजेंसीज़) इस्लामी मुल्कों में मुसलमानों की अक्सरीयत शरई क़ानून का नफ़ाज़ चाहती है। ताहम शरीयत किस किस्म की हो इस पर इख़तिलाफ़ पाया जाता है।
2008 से 2012 के दरमयान PEW रिसर्च सेंटर के सर्वे के मुताबिक़ मशरिक़ वुस्ता , शुमाली अफ़्रीक़ा, जुनूबी एशिया और जुनूब मशरिक़ी एशियाई ममालिक के तीन चौथाई मुसलमान अपने मुल्क में इस्लामी निज़ाम के हक़ में हैं।
97 फ़ीसद बंगला देशियों, 75 फ़ीसद पाकिस्तानीयों और 77 फ़ीसद मिस्रियों ने इस के हक़ में जवाब दिया।