इस्लाम की आवाज़ दबाने यहूदीयों की साज़िश

शुमाली इसराईल में मस्जिद को नज़र-ए-आतिश करने का वाक़िया मंसूबा बंद, हम्मास लीडर इस्माईल हुनिया का ब्यान
ग़ज़ा।6 अक्टूबर ( राइटर्स) हम्मास के लीडर इस्माईल हुनिया ने कहा कि यहूदी लॉबी इस्लाम की आवाज़ को दबाने का नापाक मंसूबा रखती है। शुमाली इसराईल में मस्जिद को नज़र-ए-आतिश करने का हालिया वाक़िया मंसूबा बंद है। फ़लस्तीनीयों पर मज़ालिम ढाने वाली इसराईली हुकूमत फ़लस्तीनी अराज़ी की बुनियादें को खोखली करके अपने तौसीअ पसंद अज़ाइम को बरुए कार लारही है। मस्जिद पर हमला और उसे नज़र-ए-आतिश करने के इलावा मस्जिद के दर-ओ-दीवार पर इश्तिआल अंगेज़ नारों की तहरीर इस बात का सुबू तहे कि यहूदी इस्लाम और फ़लस्तीनीयों की आवाज़ को हमेशा के लिए ख़ामोश करना चाहते हैं।इस्माईल हनीहका ये ब्यान ग़ज़ा सिटी में मुनाक़िदा इंटरनैशनल बुक फ़ीर में दिया गया है। उन्हों ने कहा कि उल-नूर मस्जिद पर हमला यहूदी रब्बियों की मुदाख़िलत का नतीजा है जिन्हों ने क़ुरआन मजीद की भी बेहुर्मती की है। 1948ए- से फ़लस्तीनी सरज़मीन पर क़ाबिज़ ताक़तों ने इस्लाम को कमज़ोर करने के लिए अपने वसीअ तर नापाक मंसूबों को रूबा अमल लाया है। इस तरह की कार्यवाहीयां काबिल-ए-मुज़म्मत हैं। हम्मास लीडर ने मस्जिद पर हमले के ख़िलाफ़ मुक़ामी शहरीयों की जानिब से एहतिजाज के ऐलान की सताइश करते हुए कहा कि इसराईल के मौज़ा में उल-नूर मस्जिद पर हमले के ख़िलाफ़ मुक़ामी मुस्लमानों का एहतिजाज हक़बजानिब है। शुमाली इसराईल में मस्जिद पर हमले के फ़ौरी बाद सदर इसराईल शमाउन पेरेस् ने रब्बी तबक़े के सरबराहों के हमराह मस्जिद का दौरा किया था और हमला आवरों के ख़िलाफ़ कार्रवाई का ऐलान किया था।
इस्माईल हुनिया ने कहा कि हमें याद रखना होगा कि जब कभी यहूदी ताक़तें और दीगर ग्रुप हमारी इबादतगाहों को निशाना बनाती हैं तो हम इस तरह की कार्यवाईयों से बच निकलने राह फ़रार इख़तियार नहीं करसकते।