केरल: मालापुरम में बीजेपी-आरएसएस के 8 कार्यकर्ताओं को पुलिस ने एक मुस्लिम व्यक्ति के हत्या के मामले गिरफ्तार किया है. मालापुरम के डीएसपी प्रदीप कुमार का कहना है कि फैजल उर्फ़ अनिल कुमार ने छह महीने पहले इस्लाम में धर्म अपनाया था. फैजल को इसलिए मारा गया क्योंकि उन्हें इस्लाम धर्म और धर्म से बेहतर लग रहा था और वह अपने परिवार के सदस्यों का भी धर्म परिवर्तन करवा रहा था. जिससे आरएसएस के लोगों को यह डर था कि कहीं ये और लोगों का भी धर्म परिवर्तन न करवा दे.
इंडिया संवाद के अनुसार, फैजल मालापुरम के कोडिन्ही का रहने वाला था और उसे 19 नवम्बर को एक नाले में मृत पाया गया था. फैजल सऊदी अरब में 6 साल से ड्राइवर का काम कर रहा था. फैजल जानता था कि उसके इस्लाम धर्म अपनाने पर कई लोग उसकी हत्या करना चाहते हैं लेकिन उसने कहा था कि मैं अल्लाह पर भरोसा करता हूँ अगर वे मुझे मारना कहते हैं तो मारने दे.
वहीँ पुलिस का कहना है कि फैजल अपने परिवार में पहला व्यक्ति नही था जिसने इस्लाम कबूल किया बल्कि एक साल पहले उसके चाचा, उनकी पत्नी और बेटी ने भी इस्लाम कबूल किया था. फैजल अपर हिन्दू नायर जाति से ताल्लुक रखता था. अगस्त में जब वह सऊदी अरब से वापस अपने घर आया तो उसने अपनी पत्नी प्रिया और तीन 10 साल से कम के बच्चों का धर्म परिवर्तन करवाया था. अब वह अपनी माँ मिनाक्षी का भी धर्म परिवर्तन करवाना चाहता था. क्योंकि उनकी मां भी इस्लाम धर्म को अच्छी तरीके समझ रही थी और उनकी भी इस धर्म में रूचि थी. लेकिन बीजेपी तथा आरएसएस के इन धर्म के ठेकेदारों ने मानवता को दफ़नाने में कोई कसर नहीं छोड़ी. जबकि स्वतंत्र भारत में सब को यह अधिकार मिला हुआ है कि कोई भी व्यक्ति अपनी मर्जी से इस देश में जी सकता है.