इस्लाम के खिलाफ साजिश था पेरिस हमला: हाफिज़ सईद

पाकिस्तान की दहशतगर्द तंज़ीम लश्कर-ए-तैयबा के बानी हाफिज सईद ने हाल में हुए पेरिस हमले की मुज़म्मत की है और साथ ही इसे मगरिब में इस्लाम के जोरदार उभार को रोकने की साजिश करार दिया है। सईद पर हिंदुस्तान में 2008 के मुंबई हमले के मास्टरमाइंड होने का इल्ज़ाम है, जिसे कई लोग पेरिस हमले की इल्हाम (Inspiration) मानते हैं। पेरिस हमले में 132 लोग मारे गए थे। पाकिस्तान की एक खबर एजेंसी को दिए इंटरव्यू में सईद ने कहा कि मगरिबी ममालिक के मुसलमान, खासकर फ्रांस के मुसलमानों को पेरिस हमले के लिए खाती नही बनाना चाहिए और न निशाना बनाना चाहिए।

सईद ने कहा, सच तो यह है कि कुछ दिन पहले साबिक ब्रिटिश पीएम टोनी ब्लेयर ने इस्लामिक स्टेट के उरूज़ के लिए मगरिबी ताकतों को जिम्मेदारर ठहराया था और यह एक गलती थी। उसने कहा, इस्लामिक स्टेट मुसलमानों के खिलाफ मगरिबी मुहिम की पैदाइश है और यह दहशतगर्द तंज़ीम मगरिबी आबादियाती शक्तिकी तरफ से कायम बैनुल अक्वामी इदारों की धुन पर नाचता है।

आपको बता दें कि गुजश्ता महीने टोनी ब्लेयर ने कहा था कि 2003 में इराक पर हमले की वजह इस्लामिक स्टेट के उभार में मदद मिली है।

यह पहली मरतबा नहीं है जब हाफिज सईद इस्लामिक स्टेट के खिलाफ बोला है। पिछले हफ्ते पाकिस्तानी शहर फैसलाबाद में उन्होंने कहा था कि फ्रांस जैसे हमलों से इस्लामिक स्टेट इस्लाम को बदनाम कर रहा है और दुश्मनों के हाथ मजबूत कर रहा है। उन्होंने इस्लामिक स्टेट को मुसलमानों के लिए ज्यादा बडा खतरा बताया था।

हाफिज सईद की ये तब्सिरे इस ताल्लुक में और भी दिलचस्प हैं कि सईद को यूएन ( अक्वाम मुत्तहदा) की तरफ से इंटरनैश्नल टेरोरिस्ट के जुमरे में रखा गया है। अमेरिका ने उनकी गिरफ्तारी पर करीब 66 करोड रूपए का इनाम रखा है। मुंबई हमले के सिलसिले में भी हाफिज पाकिस्तान में कई मुश्तबों के साथ गिरफ्तार किया गया था। मगर अदालत ने उसे सुबूतों की कमी की वजह से कुछ दिन बाद छोड दिया था।

पाकिस्तान इलेक्ट्रॉनिक मीडिया रेगुलेटरी अथॉरिटी की ओर से जारी एक हुक्म की वजह से हाफिज़ सईद दबाव में है। यह हुक्म सभी महदूद ग्रुप जिसमें लश्कर-ए-तैयबा भी शामिल है, के मीडिया कवरेज पर रोक लगाता है। यह हुक्म पाकिस्तान के वज़ीर ए आज़म नवाज शरीफ के अमेरिकी दौरे के नतीजे के तौर पर आया था। इस दौरे के दौरान उन्होंने लश्कर-ए-तैयबा पर कार्रवाई का भरोसा दिलाया था। हालांकि हाफिज सईद ने लाहौर हाईकोर्ट में इस हुक्म को चुनौती दे रखा है।