इस्लाम नहीं कहता कि शब-ए-बरात में हुड़दंग और स्टंटबाजी करें युवा मुसलमान: सैयद अहमद बुखारी

शब-ए-बरात में जहां  मुस्लिम समाज से ताल्लुक रखने वाले लोग रात भर जाग कर अपने गुनाहों की तौबा करते हैं और अल्लाह से दुआएं मांगते हैं, वहीँ कुछ युवा लड़के  इबादत करने की जगह सड़कों पर निकल कर हुड़दंग मचाते हैं और मोटरसाइकलों पर स्टंटबाजी करते हैं।

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इस कारण से  मुसलमानों की खराब होती छवि से चिंतित समुदाय के धार्मिक नेताओं ने इसे गैर इस्लामी बताते हुए लोगों से अपील की है कि वे अपने बच्चों पर नजर रखें और उन्हें ये सब न करने के लिए समझाए क्यूंकि अन्य लोगों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ता है। स्टंटबाजी के दौरान हुए हादसों में कई नौजवान अपनी जान भी गवां देते हैं।
जामा मस्जिद के शाही इमाम सैयद अहमद बुखारी ने कुछ युवकों द्वारा हुड़दंग मचाने पर चिंता जाहिर करते हुए कहा कि  शब-ए-बरात में स्टंटबाजी करना इस रात की अहमियत के खिलाफ है। यह इबादत की रात है न कि हुड़दंग और स्टंट की। यह कानून और शरियत के हिसाब से भी मुनासिब नहीं है। मां-बाप को इस पर ध्यान देना और अपने बच्चों पर काबू करना चाहिए और उन्हें बाहर नहीं जाने देना चाहिए। इस्लाम यह नहीं कहता कि आप गैर मुस्लिमों के मोहल्ले में शोर मचाए।