कानपुर: इटावा में रहने वाले एक मुस्लिम आदमी ने अफक अली ने यह साबित कर दिया कि किसी भी जानवर को धर्म के अनुसार प्यार नहीं किया जाता। उनका ऐसा मानना है कि उनको ऐसा करना इस्लाम ने सिखाया है क्यूंकि इस्लाम हमें धर्म से पहले इंसानियत सिखाता है। इस आदमी ने गायों के लिए अपनी पत्नी तक को छोड़ दिया। सूत्रों के अनुसार पता चला है कि इस बात को हुए 13 साल हो चुके हैं जब उन की पत्नी ने अफक को उनमे और गायों से से एक को चुनने के लिए कहा था और उन्होंने उसी वक़्त गायों को अपनी ज़िंदगी का हिस्सा चुन लिया जिसके लिए उनकी पत्नी ने घर छोड़ने का फैसला ले लिया। इस बात को 13 साल बाद अफक ने इस लिए मीडिया पर सांझा किया क्यूंकि आजकल गोरक्षक समूह गायों को लेकर मुस्लिमों को निशाना बना रहें हैं। अफक के परिवार वालों ने बताया कि वह बिल्कुल शाकाहारी हैं और 15 साल की उम्र से गायों की सेवा कर रहें है। उनका कहना है कि वह रोज सुबह उठकर गायों के सेवा में लग जाते हैं।