इस्लाम मुख़ालिफ़ रैलीयों में शिरकत ना करें

जर्मन चांसलर एन्जीला मर्कल ने जर्मन के शहरीयों को अपने नए साल के ख़िताब के दौरान ये इंतिबाह दिया कि वो इस्लाम मुख़ालिफ़ रैलीयों में शिरकत ना करें जिस की एक राइट विंग ग्रुप हिमायत कर रहा है जिस के क़ाइदीन तास्सुब पसंद, बेरहम और मुनाफ़िरत अंगेज़ हैं।

याद रहे कि राइट विंग ग्रुप जो पेट्रेयुटिक यूरोपियन्स अगैंस्ट इस्लामाइज़ेशन आफ़ दी वेस्ट (PEGIDA) से मौसूम है, गुज़िश्ता कुछ हफ़्तों से मुल्क में अपना मौक़िफ़ मुस्तहकम करता जा रहा है जहां जर्मनी के मशरिक़ी शहर ड्रेसडेन में गुज़िश्ता हफ़्ता 17500 अफ़राद ने एहतेजाज में हिस्सा लिया था।

हर पीर को ड्रेसडेन में सैंकड़ों अफ़राद मुख़्तलिफ़ मुज़ाहिरे कर रहे हैं जिस का सिलसिला माह सितंबर के इख़तेताम से जारी है जो मुल्क की पनाह वाली पॉलिसी और ड्रेसडेन को इस्लामी रंग देने की मुख़ालिफ़त कर रहे हैं।

एन्जीला मर्कल ने कहा कि मुख़्तलिफ़ मुज़ाहिरों का हिस्सा बनने वालों से वो सिर्फ़ इतना ही कहना चाहती हैं कि वो अपने मुंतज़मीन की जानिब से तलब कर्दा एहतेजाजी मुज़ाहिरों में शामिल ना हों क्योंकि वो तमाम तास्सुब पसंद, बेरहम और मुनाफ़िरत अंगेज़ हैं। नए साल के मौक़ा पर अपने टी वी और रेडीयो ख़िताब के दौरान उन्हों ने ये बात कही।

यहां इस बात का तज़किरा दिलचस्प होगा कि मर्कल साबिक़ मशरिक़ी जर्मनी में प्रवान चढ़ीं, ने कहा कि इस्लाम मुख़ालिफ़ लोग हालाँकि बार बार वी आर दी पिपुल जैसे जुमले का इस्तेमाल करते हुए नारा बाज़ी करते रहते हैं और यही नारा 25 साल क़ब्ल कम्यूनिस्ट डिक्टेटर्स के ख़िलाफ़ भी लगाया जाता था।

उन का इस नारा को बार बार इस्तेमाल करने का मक़सद यही है और वो यही पैग़ाम देना चाहते हैं कि आप अपनी जिल्द की रंगत और मज़हब की वजह से इस का हिस्सा नहीं हैं।