रियाद: सऊदी अरब की एक मस्जिद ने गरीब अमीर, छोटे बड़े का भेद करने वाले लोगों के मुंह पर तमाचा जड़ते हुए दुनिया में इस्लाम की ऐसी मिसाल कायम की है की इस्लाम को बुरा कहने वाले के मुँहों पर जैसे ताले जड़ गए हों।
अपने एक फैसले में मस्जिद ने फारूक करीम जो की बंगाल का रहने वाला है और सऊदी अरब में सफाई का काम करता है को उसकी सुरीली आवाज़ और नमाज़ अदा करने के तरीके की कदर करते हुए मस्जिद का इमाम बना दिया है।
मस्जिद का यह फैसला इतना बताने के लिए काफी है की इस्लाम में ऊँच-नीच और ज़ात पात नाम की कोई चीज़ नहीं है और न कभी होगी।