चुनाव के बाद जो सर्वे आ रहे हैं, उसमें बीजेपी की हर तरह के लोकसभा क्षेत्रों में बढ़त दिखाई गई है। एक तरह से नरेंद्र मोदी और भाजपा को समाज के हर वर्गों ने जमकर वोट दिए हैं। लेकिन, सबकी नजरें मुस्लिम वोटरों पर रहती हैं कि क्या उनके वोट भी बीजेपी को गए हैं? और गए हैं, तो कितने गए? एक ऐसे ही सर्वे का विश्लेषण यहां करने की कोशिश की जा रही है, जिसके मुताबिक करीब 8 फीसदी मुसलमानों ने इसबार मोदी को प्रधानमंत्री बनाने के लिए वोट दिया है।
5 से 8 फीसदी तक बढ़ा बीजेपी का वोट शेयर सीएसडीएस ने चुनाव के बाद एक सर्वे किया है, जिसमें अलग-अलग मुस्लिम आबादी वाले संसदीय सीटों पर बीजेपी और कांग्रेस के पक्ष में पड़े वोटों के आंकड़े पेश किए गए हैं। हैरानी की बात है कि इनमें कई इलाकों में कांग्रेस का वोट शेयर 2014 के मुकाबले गिरा है। लेकिन, बीजेपी का वोट शेयर हर क्षेत्र में कम से कम 5% बढ़ गया है।
मुस्लिम आबादी वाली सीटों पर वोटिंग पैटर्न अगर हम मुस्लिम आबादी के अनुपात में वोट शेयर का विश्लेषण करें, तो जहां उनकी जनसंख्या 10% है, वहां कांग्रेस को इसबार 22.10% वोट पड़े हैं। यानी यहां कांग्रेस का वोट शेयर 2014 के मुकाबले 0.40% घट गया है। 10 से 10.9% आबादी वाले इलाके में ये 0.50% कम हो गया है। लेकिन, जहां 20 से 40% मुसलमान हैं, वहां पर उसे 16.20% वोट मिले हैं। यह 2014 से 1.60% ज्यादा है। इसके ठीक उलट 10% मुस्लिम आबादी वाले इलाके में बीजेपी का वोट शेयर 2014 से 5% बढ़कर 34.90% तक पहुंच चुका है। जहां 10 से 10.90% मुसलमान हैं, वहां उसे 2014 से 5.30% ज्यादा वोट मिले हैं, जो अब 39.20% हो गया है। लेकिन, बीजेपी के वोट शेयर में सबसे ज्यादा उछाल वहां आया है, जहां मुसलमानों की जनसंख्या बहुत ज्यादा यानी 20 से 40% है। ऐसी सीटों पर बीजेपी का वोट शेयर 8.10% तक बढ़ गया है।
बीजेपी को 8% मुसलमानों ने दिए वोट ये फैक्ट है कि 2019 के चुनावों में भाजपा देशभर की 79 मुस्लिम बहुल सीटों में से आधी से ज्यादा 41 सीटें जीतने में कामयाब रही है। यह 2014 से 7 सीटें ज्यादा हैं। जबकि, कांग्रेस की सीटें यहां 12 से घटकर 6 रह गई हैं। वैसे सीएसडीएस का पोस्ट पोल सर्वे ये भी बता रहा है कि 2019 के चुनाव में बीजेपी को 8% मुसलमानों ने वोट दिए हैं। यह आंकड़ा लगभग उतना ही बताया जा रहा है, जितना कि 2014 में था।