नई दिल्ली: भारत ने आज कहा कि इस्लामाबाद में प्रस्तावित दक्षेस शिखर सम्मेलन को स्थगित करना होगा क्योंकि उसने और तीन अन्य देशों ने इस सम्मेलन से खुद को अलग कर लिया है।
बहरहाल, विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने कहा कि इस संदर्भ में औपचारिक ऐलान नेपाल की ओर से किया जाएगा। नेपाल मौजूदा समय में दक्षेस का प्रमुख है।
स्वरूप ने कहा कि वर्तमान नियम के अनुसार अगर कोई एक सदस्य देश भी खुद को अलग कर लेता है तो दक्षेस शिखर सम्मेलन को स्थगित करना पड़ता है। दक्षेस की बैठक में इसके सभी आठ सदस्य देशों का उपस्थित रहना जरूरी है।
प्रवक्ता ने कहा, ‘‘वर्तमान मामले में सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि बांग्लादेश, भूटान और अफगानिस्तान ने भी दक्षेस के प्रमुख नेपाल को पत्र लिखा है कि वे दक्षेस शिखर सम्मेलन में भाग लेने में असमर्थ हैं। इसका मतलब यह कि इस सम्मेलन को स्थगित करने के सिवाय कोई दूसरा विकल्प नहीं है।’’ इस सम्मेलन से खुद को अलग करने वाले देशों ने परोक्ष रूप से पाकिस्तान पर ऐसा माहौल पैदा करने का आरोप लगाया है जो इस दक्षेस की बैठक की सफलता के अनुकूल नहीं है।
उरी हमले के बाद पाकिस्तान के साथ पैदा हुए तनाव की पृष्ठभूमि में भारत ने ‘सीमा पार’ हमलों में बढ़ोतरी का हवाला देते हुए कल रात ऐलान किया कि वह इस सम्मेलन में भाग नहीं लेगा।
(भाषा)