इस बार मोदी को मिली बड़ी चुनौती लेकिन वाराणसी से 72 उम्मीदवारों के नामांकन किए गये रद्द!

वाराणसी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ बड़े पैमाने पर नामांकन पत्र ख़ारिज होने के बावजूद उन्हें विभिन्न राज्यों के दो दर्जन से अधिक उम्मीदवारों से चुनौती मिल रही है। 2014 के लोकसभा चुनाव में वाराणसी सीट पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ 42 उम्मीदवार मैदान में थे।

इस बार इस संसदीय सीट से कुल 102 उम्मीदवारों ने 119 नामांकन भरे थे लेकिन निर्वाचन अधिकारी ने 72 उम्मीदवारों के पर्चे तकनीकी खामियों और गलत जानकारियों के चलते अवैध घोषित कर दिए।

फिर पांच अन्य उम्मीदवारों ने नामांकन वापस ले लिए और अब इस वाराणसी सीट पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत कुल 26 उम्मीदवार मैदान में हैं।

अब प्रधानमंत्री के खिलाफ चुनाव लड़ने वालों में समाजवादी पार्टी की उम्मीदवार शालिनी यादव और कांग्रेस उम्मीदवार अजय राय के अलावा हॉकी खिलाड़ी मोहम्मद शाहिद की बेटी हिना शाहिद, तेलंगाना के किसान इसतारी सुन्नम और जेल में बंद निर्दलीय उम्मीदवार अतीक अहमद शामिल हैं।

समाजवादी पार्टी की ओर से नामांकन दाखिल करने वाले बीएसएफ के चर्चित जवान तेज बहादुर यादव का पर्चा भी खारिज कर दिया गया था।
ऐसा माना जा रहा है कि किसी मौजूदा प्रधानमंत्री के खिलाफ इतनी बड़ी संख्या में नामांकन का ये शायद पहला मौका हो।

इससे पहले 2014 के चुनाव में 62 लोगों ने पर्चा दाखिल किया था जिसमें नामांकन पत्रों की जांच के बाद कुल 41 उम्मीदवार मैदान में रह गए थे। इस बार पर्चा दाखिल करने वालों में सात अलग-अलग राज्यों के लोग तो थे ही, कई दिलचस्प उम्मीदवार भी थे।

नामांकन दाखिल करने वालों में तेलंगाना के कई किसानों के अलावा नरेंद्र मोदी के हमशक्ल अभिनंदन पाठक, गोरखपुर से आए एक ‘अर्थी बाबा’ तो बीएसएफ की वर्दी में लोगों से वोट की अपील करने चुनावी अखाड़े में उतरे तेज बहादुर यादव भी थे।

पहले निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर आए तेज बहादुर यादव को बाद में समाजवादी पार्टी ने अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया था। इधर उनका प्रचार जोर पकड़ने ही लगा था कि ऐन मौके पर सेना के इस पूर्व जवान का पर्चा खारिज कर दिया गया।

साभार- डी डब्ल्यू हिन्दी