इस बार 3.40 करोड़ की बोली लगी अजमेर दरगाह की देग पर

अजमेर: ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती के 804वें उर्स की धूम अजमेर में शुरू हो गई है। इस बार दरगाह की ऐतिहासिक देग की बोली इस बार 3.40 करोड़ रुपये में लगी है। देग की बोली उर्स के दौरान जायरीन देग में कई तरह का चढ़ाव चढ़ाते हैं। यह चढ़ावा प्राप्त करने के लिए यहां के खादिमों के बीच बोली लगाई जाती है। जो बोली लेता है, उर्स के दौरान आने वाला चढ़ावा उसी का होता है। दरगाह पर झंडा चढ़ाने के साथ ही उर्स की गतिविधियां शुरू हो जाएंगी। ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती का सालाना उर्स झंडा चढ़ाने की रस्म के साथ शुरू होता है। अजमेर की दरगाह अपनी ऐतिहासिक देगों के लिए काफी मशहूर है।