इस बड़ी गोलबंदी में कांग्रेस भी शामिल : नीतीश

साबिक़ वजीरे आला और जदयू के लीडर नीतीश कुमार ने कहा कि जदयू की रियाती वर्किंग कमेटी का परपोजल वाजेह है। हमारा दल भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ बड़ी गोलबंदी के हक़ में है। इस गोलबंदी में कांग्रेस भी शामिल है।

पीर को विधान परिषद के अहाते में सहाफ़ियों से बातचीत में नीतीश कुमार ने कहा कि हमारे नज़रिये में जो भी दल भाजपा की सियासत को सही नहीं मानते हैं, उन सबकी गोलबंदी जरूरी है और इस गोलबंदी का हिस्सा कांग्रेस भी है।

उन्होंने वाजेह कहा कि बिहार और जमनी इंतिख़ाब में जो भी फैसला करना है उसके लिए जदयू के रियासती सदर वशिष्ठ नारायण सिंह मुकर्रर हैं। दीगर दलों से बातचीत, सीट शेयरिंग समेत सारी मुमकिन के मद्देनजर जो भी मुनासिब कदम होगा वह रियासती सदर उठाएंगे।

पूछे जाने पर नीतीश ने कहा कि जमनी इंतिख़ाब में उनकी राजद सरबराह लालू प्रसाद से अभी कोई बात नहीं हुई है। प्रवीण तोगड़िया के बयान पर कुमार ने कहा कि बीजेपी को इसके बारे में जवाब देना होगा, क्योंकि अब मरकज़ में उसकी हुकूमत है।

क्या इस तरह की ज़ुबान बोली जानी चाहिए? बिहार बीजेपी के मिशन 2015 के तहत 172 प्लस सीट के टार्गेट पर नीतीश कुमार ने कहा कि बैठे-बैठे ख्याली पुलाव पकाने में कोई बुराई नहीं। राजद-जदयू के इत्तिहाद को साबिक़ नायब वजीरे आला सुशील मोदी की तरफ से जंगलराज-टू करारे जाने पर नीतीश कुमार ने कहा कि अलफाज किसी मर्यादा का उन्हें ख्याल नहीं है। हाल के दिनों में इस तरह की तबसीरह भाजपा के लीडरों की आदत में शुमार हो गया है।