इस मदरसे में साथ साथ गूंजता है अल्लाह और ओम

उत्तरप्रदेश के गोंडा जिले में मुश्ताक़ अहमद रसूलपुर का मदरसा गुलशने बगदाद अपने आप में अनूठी मिसाल कायम कर रहा है। हिंदी और इंग्लिश माध्यम के साथ हिन्दू मुस्लिम धर्म शिक्षा भी छात्र-छात्राओं को दी जा रही हैं। यहां अल्लाह और ओम की ध्वनि साथ साथ गूंजती है। देश भर के मदरसों में भले ही दीनी तालिम दी जाती हो, लेकिन रसूलपुर का मदरसा गुलशने बगदाद बाकी मदरसों से एकदम अलग है।

मदरसे में कुरान की आयतों संग राम चरित्र मानस की चौपाइयां गुनगुनायी जाती है। मुस्लिम बच्चे कुरान के जरिए अल्लाह की इबादत करते है, वहीं रामचरित्र मानस को पढ़कर हिंदू धर्म के तौर तरीके भी समझते है। इतना ही नहीं मदरसे में बच्चों को हर धर्म से रूबरू कराने के लिए गुरु ग्रंथ साहिब और बाइबिल का भी ज्ञान दिया जाता है। मदरसा प्रबंधन ने अब एक और अनूठा कदम उठाया है। मदरसे में अब प्रार्थना के समय योगा और मेडिटेशन की क्लास चलायी जाएगी। बच्चे योगा करने के साथ ध्यान लगाएंगे।

मदरसे में 195 बच्चे अध्ययनरत

मदरसा  गुलशन बगदाद मे 195  बच्चे अध्ययनरत है। यह मदरसा पिछले 9 वर्षो से डिप्टी डायरेक्टर वाहिद अली की पत्नी शहनाज बेगम संचालित कर रही है। मदरसे में विभिन्न धर्मो के बच्चे अध्यनरत हैं।

गायत्री मंत्र का भी जाप करते हैं बच्चे

मदरसा गुलशने बगदाद  के बच्चे सुबह सवेरे अल्लाह की इबादत के साथ गायत्री मंत्र का जाप भी करते है। अपनी अनूठी परम्परा के कारण यह मदरसा सुर्खियों में है। बच्चों को सभी धर्मो की शिक्षा दी जा रही है।
मदरसे में किसी विशेष मजहब की पढ़ाई नहीं होती है। बच्चों को रामचरित मानस की चौपाइयों के साथ कुरान की आयतें पढ़ायी जाती है।