हैदराबाद,23 जनवरी: (फैक्स) मुस्लिम एजूकेशनल डेवलपमेन्ट फ़ोर्म सदर नईमुल्लाह शरीफ़ की क़ियादत में एक रोज़ा अक़लीयती
ए पी रेसिडेंशियल स्कूल ओ जुनियर कॉलेज निज़ामाबाद का अचानक दौरा करते हुए इदारे का जायज़ा लिया। जहां पर मुख़्तलिफ़ अज़ला और मंडलों से तलबा रिहायश पज़ीर हैं और मायारी तालीम हासिल कर रहे हैं। हुकूमत की जानिब से मआशी तौर पर कमज़ोर अक़लीयती तलबा के लिए मुफ़्त रिहायश, तालीमी कुतुब और बेहतर गिज़ा के साथ काबिल असातिज़ा का इंतिज़ाम किया गया है।
नज़म-ओ-नसक़ में कुछ कोताहियां पाई जाती हैं जिस का तदारुक ज़रूरी है। मआशी तौर पर कमज़ोर मुसलमानों से अपील की जाती है कि वो अपने नौनिहालों के बेहतर मुस्तक़बिल के लिये अक़लीयति ए पी रेसिडेंशियल तालीमी इदारों से इस्तिफ़ादा करें। अक़लियती तलबा की कम र्गुबती की वजह से इन्तिज़ामिया गैर अक़लीयती तलबा को दाख़िले दे रही है जिस से हमारी हक़तलफ़ी हो रही है।
अक़ल्लीयतों की तालीमी पसमांदगी को दूर करने के लिए हुकूमत की जानिब से लड़कियों के लिए कस्तूरबा गांधी पालीका विद्यालय मुख़्तलिफ़ अज़ला में चलाए जा रहे हैं और अक़लीयती लड़को लड़कियों के लिए रियासत में अक़लीयती रिहायशी स्कूलस और जूनियर कॉलेज्स क़ायम किए गए हैं और ये इदारे अक़ल्लीयतों के लिए मुख़तस बजट से चलाए जाते हैं। जुमला सहूलतों के साथ मायारी तालीम दी जा रही है।
मिल्लत के दर्दमंद अफ़राद से अपील की जाती है कि वो इन रिहायशी स्कूलों और जूनियर कॉलेज्स में कम्यूनिटी के मुस्तहिक़ बच्चों को शरीक करवाने के लिए आगे आएं जो वक़्त की अहम ज़रूरत है।