शिवाजी ने हमें दिल्ली वालों के आगे झुकना नहीं सिखाया : उद्धव ठाकरे
शिवसेना सरबराह उद्धव ठाकरे ने कहा कि उन की पार्टी इक़तेदार पर आने की सूरत में कई करोड़ के आबपाशी अस्क़ाम और साबिक़ चीफ़ मिनिस्टर पृथ्वी राज चवान की उजलत में बिल्डर फाईलस की मंज़ूरी की तहक़ीक़ात शुरू करेगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस और एन सी पी किसी वक़्त अच्छे दोस्त थे अब वो एक दूसरे की पीठ में छुरा घोंपने का कोई मौक़ा नहीं गंवा रहे हैं।
अजीत पवार ने कहा था कि चवान ने जिन फाईलस पर दस्तख़त किए हैं उन की आर टी आई के ज़रिए तफ़सीलात इकट्ठा करेंगे और उन का हश्र भी बिलकुल जुए ललीता की तरह होगा। उद्धव ठाकरे ने कहा कि इन दोनों को भी फ़िक्रमंद होने की ज़रूरत नहीं। अगर शिवसेना को इक़तेदार हासिल हुआ तो वो तमाम फाईलस दुबारा खोलेंगे और सच्चाई बेनकाब की जाएगी।
उद्धव ठाकरे ने दशहरा रैली से कल ख़िताब करते हुए इक़्तेदार पर आने के बाद बाल ठाकरे यादगार तामीर का भी ऐलान किया। वो इस बात को यक़ीनी बनाएंगे कि वो उन के वालिद बाल ठाकरे की याद में बैन-उल-अक़वामी मियार की हामिल एक यादगार तामीर करें। वो नहीं चाहते कि दीगर जमातों की ताईद-ओ-हिमायत से ये यादगार तामीर की जाये।
बी जे पी के इंतेख़ाबी नारे पर भी उन्होंने शदीद तन्क़ीद की और कहा कि शिवसेना पर इन नारों का कोई असर नहीं होगा। वाज़िह रहे कि बी जे पी के नारे वज़ीर-ए-आज़म नरेंद्र मोदी और मराठा जंगजू शिवाजी के अतराफ़ घूम रहे हैं। उन्होंने कहा कि शिवाजी ने हमें ये नहीं सिखाया कि दिल्ली वालों के आगे घुटने टेक दें लिहाज़ा हम कभी ऐसा नहीं करेंगे।
उन्होंने गुजराती कार्ड इस्तेमाल करते हुए कहा कि शिवसेना की वजह से ही आज गुजराती लोग महाराष्ट्र में मौजूद हैं अगर 1992 में शिवसेना ना होती तो गुजराती अपने मुक़ाम गुजरात फ़रार होजाते लेकिन हम ने इन का तहफ़्फ़ुज़ यक़ीनी बनाया और आज वो मुंबई में मौजूद हैं।