शादनगर २९ दिसम्बर: (सियासत डिस्ट्रिक्ट न्यूज़) मुस्तक़र शादनगर में वाक़्य श्रीनगर कॉलोनी में (मस्जिद उल-नूर) का इफ़्तिताह अमल में आया। मौलाना मुफ़्ती जमाल अलरहमन अमीर मिल्लत-ए-इस्लामीया ए पी ने बहैसीयत मेहमान ख़ुसूसी शिरकत करते हुए नमाज़ ज़ुहर की इमामत की और दुआ फ़रमाई। बाद नमाज़ ज़ुहर मस्जिद उल-नूर में जलसा का इनइक़ाद अमल में लाया गया। मौलाना मुफ़्ती जमाल अल रहमन ने मुख़ातब करते हुए कहाकि मस्जिद की तामीर में अपनी ताक़त-ओ-इस्तिताअत के मुताबिक़ तआवुन करने वाले हर एक मुस्लमान को अल्लाह ताला इस का अज्र देगा और जन्नत में इस शख़्स के लिए एक आलीशान मकान तामीर करेगा। हर नेक काम करने में इख़लास की ज़रूरत है। रज़ा ए इलाही के हुसूल के लिए नेक नीयती से काम करने पर ज़ोर दिया। मज़कूरा मस्जिद की तामीर में एक ख़ातून की पेशक़दमी पर मुबारकबाद पेश की। बिलख़सूस देही इलाक़ा में मसाजिद की तामीर करने पर ज़ोर दिया।
मसाजिद की तामीर के साथ साथ इस को आबाद रखने की तलक़ीन की। उन्हों ने कहाकि हमेशा अपने दिल को साफ़ रखें और अल्लाह ताला के ख़ौफ़ से हमेशा डरते हुए नेक आमाल करें। दुनिया में दो तरह के लोग रहते हैं एक दुनिया को ही सब कुछ समझते हुए अपनी ज़िंदगी गुज़ारते हैं और मुस्लमान दुनयवी ज़िंदगी को आरिज़ी ज़िंदगी और आख़िरत की ज़िंदगी को दाइमी ज़िंदगी समझते हैं और मुस्लमान हमेशा अपनी ज़िंदगी को क़ुरआन-ओ-हदीस की रोशनी में ढालने पर ज़ोर दिया। अल्लाह ताला के साथ किसी को शरीक ना करना, नमाज़ों की पाबंदी करना, ज़कात देने के साथ साथ नेक अमल करने पर ज़ोर दिया। अपनी आख़िरत की ज़िंदगी को संवारने के लिए दुनयवी ज़िंदगी में अल्लाह और इस के रसूल स० अ० व० तालीमात पर अमल पैरा होने की तलक़ीन की। ज़रूरत के मुताबिक़ मसाजिद को तामीर करने के साथ साथ इस को आबाद करने पर ज़ोर दिया।
मौलाना मुहम्मद साबिर ने इबतिदाई कलिमात अदा की। जलसा का आग़ाज़ हाफ़िज़ मुहम्मद शब्बीर अहमद की क़रा॔त कलाम पाक से हुआ। मौलाना हाफ़िज़ मुहम्मद अबदुल क़य्यूम ने हदया नात पेश की। मौलाना मुफ़्ती जमाल अलरहमन ने दुआ की। इस मौक़ा पर मुहम्मद अनवर मालिक ईडन गार्डन, मुहम्मद मुनव्वर अली उर्फ़ मनु सेठ, मुहम्मद अलताफ़ हुसैन, मुहम्मद अबदुलकरीम एडवोकेट, मुहम्मद ज़हीर अहमद, आसिफ़ अली ख़ान, मुहम्मद अबदुर्रहीम, मुहम्मद यूसुफ़ के इलावा हज़ारों की तादाद में मुसलमानान शादनगर ने इफ़्तिताही तक़रीब में शिरकत की।