ईंट भट्टो को बेचे गए 33 बच्चो समेत 70 लोगों को तस्करों से छुड़ाया गया

बस्तर: छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले में पुलिस ने 70 लोगों को तस्करों की गिरफ्त से छुड़ाया है इनमें 33 बच्चे भी शामिल हैं। बुधवार को बस्तर पुलिस ने तस्करी विरोधी समाज सेवकों की सूचना के आधार पर एक बस को पकड़ा जिसमें इन लोगों को ले जाया जा रहा था। इन लोगों को कारखानों और ईंट भट्टो को बेचा जा चुका था और बस के ज़रिये उन्हें वहां पहुँचाया जा रहा था।

“हम ने 20 नाबालिग लड़के और 13 लड़कियों को बचाया है। उनमें से बाकी वयस्क हैं और बंधुआ मजदूरों के रूप में बेचे गए थे,” बस्तर बाल संरक्षण अधिकारी विजय शंकर शर्मा ने समाचार एजेंसी ‘एजेसीं फ्रांस प्रेस’ को बताया।

उन्हें आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में कारखाना मालिकों को हजारों रुपए प्रत्येक के लिए लेकर बेच दिया गया था, श्री शर्मा ने कहा।

पुलिस ने तस्करी के आरोप में पांच सदस्यीय गिरोह को भी गिरफ्तार किया है।

बच्चों को एक पुनर्वास केंद्र में भेजा गया है जहाँ से उन्हें अपने घरों को वापस भेजा जाएगा।

तस्करी किये जा रहे लोग बस्तर और आसपास के जिलों के माओवादियों के गढ़ क्षेत्रों में रहने वाली जनजातियों से हैं।

तस्कर ग्रामीण क्षेत्रों से हजारों कमजोर बच्चों को पहले नौकरियों के झूठे वादे पर लुभा कर ले आते हैं और बाद में उन्हें कारखानों, वेश्यावृत्ति, बेगार के लिए या भीख माँगने के लिए बेच देते हैं, अधिकारियों ने कहा।

वॉक फ्री फाउंडेशन के 2014 ग्लोबल गुलामी सूचकांक के अनुसार, भारत में 1।4 करोड़ से अधिक वयस्क और बच्चे आधुनिक गुलामी में फंसे हुए हैं, जो किसी भी अन्य देश के अधिक है।

भारत के सरकारी आंकड़ों में 2014 में मानव तस्करी की सूचना के 5466 मामलों का उल्लेख है।