ईंधन की क़ीमतों में इज़ाफ़ा का फ़ैसला फ़िलहाल मोख़र

नई दिल्ली 03 नवंबर (पी टी आई) मुल़्क की बड़ी तेल कंपनीयां उन्हें होने वाले भारी ख़सारा से बचने केलिए ईंधन की क़ीमतों में इज़ाफ़ा केलिए शिद्दत से इसरार कर रही है कि इस दौरान वज़ीर पैट्रोलीयम ऐस जय पाल रेड्डी ने इन तेल कंपनीयों को होने वाले भारी ख़सारा को कम करने के तरीक़ों पर किसी फ़ैसला के लिए आला इख़तियारी वज़ारती कमेटी का इजलास तलब करने की तजवीज़ पेश की है।

मिस्टर जय् पाल रेड्डी ने इस कमेटी के सरबराह और वज़ीरफ़ीनानस परनब मुख्ऱ्जी से बातचीत के बाद अख़बारी नुमाइंदों से बातचीत करते हुए कहा कि मैंने वुज़रा के बाइख़तियार ग्रुप का इजलास तलब करने की ख़ाहिश की ही। इस सवाल पर कि आया डीज़ल की क़ीमतों में इज़ाफ़ा ज़ेर-ए-ग़ौर ही। उन्हों ने जवाब दिया कि फ़िलहाल ऐसी कोई तजवीज़ नहीं ही, लेकिन मैंने वुज़रा के बाइख़तियार ग्रुप का इजलास तलब करने की ख़ाहिश की है जिस के बाद ही हुकूमत इस ज़िमन में कोई फ़ैसला कर सकती है।

मिस्टर रेड्डी ने कहा कि सरकारी शोबा की तेल कंपनीयों को डीज़ल , पकवान गैस (एलपी जी) और केरोसीन की असल क़ीमतों से कम क़ीमत पर फ़रोख़त के सबब सालाना 1,35,000 करोड़ रुपय का ख़सारा हो रहा है।

मिस्टर जय् पाल रेड्डी ने कहा कि हमारी कंपनीयों को होने वाला ख़सारा (एक साल के दौरान 1,35,000 करोड़ से तजावुज़ करचुका है और मैं चाहता हूँ कि वुज़रा के बाइख़तियार ग्रुप को सरकारी शोबा की तेल कंपनीयों में पैदा शूदा इस सूरत-ए-हाल से बाख़बर करदिया जायॆ । सरकारी शोबा की तेल कंपनीयों को फ़िलहाल एक लीटर डीज़ल की क़ीमत की फ़रोख़त पर 9.27 रुपय का ख़सारा हो रहा है जबकि एक लीटर केरोसीन की फ़रोख़त पर 26.94 रुपय का और एक एलपी जी सलेंडर की फ़रोख़त पर 260.50 रुपय का ख़सारा होरहा है।

मिस्टर रेड्डी ने कहा कि वुज़रा के बाइख़तियार ग्रुप का इजलास 22 नवंबर से शुरू होने वाले पार्लीमैंट के सरमाई इजलास से क़बल मुनाक़िद होगा, लेकिन ईंधन की क़ीमतों में इज़ाफ़ा का फ़ैसला कोई आसान काम नहीं ही।

वज़ीरफ़ीनानस परनब मुकर्जी ने कहाकि क़ीमतों में इज़ाफ़ा का फ़ैसला आसान नहीं होगा। वज़ारती कमेटी को लाज़िमी तौर पर इत्तिफ़ाक़ राय पैदा करना होगा। ये कमेटी कांग्रेस ज़ेर-ए-क़ियादत यू पी ए हुकूमत की अहम कमेटी है और इस के अहम हलीफ़ों में डी ऐम की, टी एमसी, एन सी शामिल हैं।

इन हलीफ़ पार्टीयों ने सितंबर में रियायती क़ीमत पर सरबराह किए जाने वाले पकवान गैस सिलेंडरों की फ़ी घराना 4 ता 6 सलेंडर सालाना सरबराही तक महिदूद करदेने के हुकूमत के मंसूबा को नाकाम बनादिया था। हुकूमत चाहती थी कि इस तरह रियायती क़ीमत पर सरबराह किए जाने वाले सिलेंडरों की तादाद कम की जयॆ । जय पाल रेड्डी ने कहाकि उन की वज़ारत तमाम तीनों मसनूआत डीज़ल, पकवान गैस और केरोसीन की क़ीमतों में इज़ाफ़ा पर ज़ोर देगी।