ईदगाह मीर आलम के गेट के रूबरू नाजायज़-ओ-गैरकानूनी मंदिर से मुताल्लिक़ सियासत में रिपोर्ट की इशाअत के साथ ही शहर के सियासी सेमाजी और मज़हबी हलक़ों में हलचल पैदा होगई । कई लोग इस बात पर हैरत-ओ-ताज्जुब करने लगे कि आख़िर हमारे शहर में ये सब कुछ क्यों और कैसे होरहा है । शरपसंदों की जुरात इतनी बढ़ गई है कि वो मस्जिदों और ईदगाह की जमीन पर भी मज़हबी ढांचा तामीर करने की कोशिश कररहे हैं ।
सियासत में रिपोर्ट पढ़ते ही सदर नशीन वक़्फ़ बोर्ड मौलाना ख़ुसरो पाशाह की हिदायत पर एक टीम ने ईदगाह मीर आलम का दौरा क्या इस टीम में मुहम्मद अबदुलक़ुद्दूस स्पैशल टास्क फ़ोर्स इन्सपैक्टर , मुहम्मद अज़मत उल्लाह वक़्फ़ इन्सपैक्टर , शुजाअत अली ख़ां सुरवीर और दीगर शामिल थे ।
मुक़ामी अवाम ने ये भी बताया कि जब भी इस गैरकानूनी ढांचा को हटाने की बात होती है तब वो ख़वातीन को आगे करदेता है वक़्फ़ टीम के मुताबिक़ अंदरून 24 घंटे रिपोर्ट पेश करदेंगे । वक़्फ़ ओहदेदारों के ख़्याल में अगर इस ढांचा को नहीं हटाया गया तो फिर मुस्तक़बिल में ला एंड आर्डर का मसला बना हुआ है ।