कोड़ निगल में ईद-उल-अज़हा के मौखे पर प्रोग्राम के मुताबिक़ ठीक साढे़ आठ बजे सुबह जनाब सय्यद अनवर हुसैन सदर मजलिस इंतिज़ामी जामि मस्जिद की ज़ेर क़ियादत मस्जिद हज़ा से नारे तकबीर की गूंज में ईदगाह के लिए जलूस रवाना हुव। 9 बजे नमाज़ ईद-उल-अज़हा अदा की गई।
ख़तीब ईदैन-ओ-इमाम जामि मस्जिद मौलाना हाफ़िज़ मुहम्मद अबदुर्रशीद ने इमामत की और ख़ुतबा दिया।बाद नमाज़ ईद क़ौमी यकजहती के मुतास्सिरकूण मुज़ाहिरे देखने में आए।
बिरादरान वतन ने अपने अपने कारोबारी इदारों, दुक्का नात वग़ैरा के बाहर तातीमन उठ कर जलूस की वापसी के मौखे पर मुस्लिम भाईयों का पुरतपाक इस्तिक़बाल करते हुए बग़लगीर होते हुए देखे गए।
फ़र्र खुंगर शाद नगर में नमाज़ ईद-उल-अज़हा अक़ीदत-ओ-एहतिराम से फ़र्र ज़िंदाँ तौहीद ने क़ाज़ी सय्यद मुक़तदिर अली सदर क़ाज़ी शाद नगर की इमामत में अदा की।
क़ाज़ी सय्यद मुक़तदिर अली ने ईद का ख़ुतबा दिया और दुवा की। हाफ़िज़ क़ारी सय्यद मुनव्वर अली ने मुख़ातब किया। जबके मुहम्मद याक़ूब नक़्शबंदी ने हदया नाअत पेश किया।
ईदगाह के क़रीब हमेशा की तरह नसब करदा ख़ुसूसी शामियाना मैं रुकन असैंबली शाद नगर चोला पली प्रताप रेड्डी, मार्किट कमेटी चेयरमैन या दिया ने विश्वम्, वे केशवर के अलावा दुसरे सयासी जमातों और तंज़ीमों से वाबस्ता क़ाइदीन ने मुस्लमानों से फ़र्दन फ़र्दन मुलाक़ात करते हुए ईद की मुबारकबाद पेश की। नमाज़ ईद के बाद हाफ़िज़ मुहम्मद अफ़ज़ल हुसैन ने सलाम पढ़ा