ईमानदार होना सबसे मुश्किल, फिर भी शुरुआत करनी होगी : वज़ीरे आला

वज़ीरे आला हेमंत सोरेन ने कहा है कि ईमानदार होना सबसे मुश्किल है। फिर भी शुरुआत तो करनी पड़ेगी। समाज, मीडिया और हुकूमत तमाम एक-दूसरे से बंधे हैं। इसलिए साथ चलने की जरूरत है। वे ‘समाज हुकूमत और मीडिया, कितने दूर कितने पास’, मौजू पर हुए सेमिनार को बतौर मेहमान खुसुसि खिताब कर रहे थे।

इस मौके पर वज़ीरे अन्नपूर्णा देवी ने कहा कि समाज, हुकूमत और मीडिया के दरमियान हमअहंगी जरूरी है। प्रोगाम में सीएम के मुशीर एचएस चौधरी, मालूमात और राबता सेक्रेटरी एमआर मीणा, महकमा के डाइरेक्टर एके पांडेय मौजूद थे।

प्रोग्राम में चीफ़ सेक्रेटरी आरएस शर्मा ने कहा कि क्रेडिबिलिटी बड़ी चीज है। आज समाज में यह ख्याल है कि सारा चोर, सारे बेईमान, सब कुछ बेकार, बड़ी तेजी से फैल रही है। यह दुख की बात है। मौके पर जस्टिस विक्रमादित्य प्रसाद ने कहा कि यकीन देहानी पूरा करने पर ही हुकूमत के ताइन लोगों में इत्तेमाद पैदा होगा। सहाफ़ि बैजनाथ मिश्र, हरिनारायण सिंह और अनुज कुमार सिन्हा ने भी प्रोग्राम में अपने ख्याल रखे। दीगर लोगों में साबिक़ वीसी प्रो.एए खान, कोल्हान यूनिवरसिटि के वीसी डॉ. एसके राय ने सेमिनार को खिताब किया।

पत्रकारों के लिए घोषणा

सीएम ने पत्रकारों के लिए नई घोषणाएं की। मान्यता प्राप्त पत्रकारों का पांच लाख रुपए तक बीमा होगा। आधा प्रीमियम सूचना एवं जनसंपर्क और आधा पत्रकार जमा करेंगे। गैर मान्यता प्राप्त पत्रकारों की दुर्घटना होने पर मुख्यमंत्री पत्रकार सहायता योजना से पांच लाख रुपए तक की मदद मिलेगी। पत्रकारों के लिए ट्रस्ट बनेगा, जिससे उनके आश्रितों को मदद की जाएगी। रांची में प्रेस क्लब बनेगा।