वाशिंगटन, ०४ दिसंबर: ईरान के राज़दाराना बोशहर न्यूक्लियर प्लांट में हथियारों के दर्जा वाले प्लूटोनियम की सलामती के बारे में फ़िक्रमंद अमरीका ने ख़लीज-ए-फारिस के मुल्क पर जासूसी ऑपरेशंस में नुमायां तौर पर शिद्दत पैदा कर दी है। दी वाल स्ट्रीट जर्नल ने रिपोर्ट दी कि अमेरीकी हुक्काम ख़लीज-ए-फारिस पर सरगर्म पेंटगान के ड्रोन तय्यारों के बेड़े को मुतय्यन करते हुए ईरान के जुनूब मग़रिबी साहिल की निगरानी में इज़ाफ़ा कर रहे हैं और आसमान में मौजूद इस इलेक्ट्रॉनिक निगाह ने ईरानी री एक्टर कामप्लेक्स से बस्री अक्स और सुमई पयाम रिकार्ड किया है।
अख़बार ने इंटेलीजेंस ज़राए के हवाला से कहा कि ड्रोन्स इस री एक्टर से सेल फोन्स, इलेक्ट्रॉनिक कम्यूनिकेशंस और दीगर सिगनल हासिल कर रहे हैं। हुक्काम ने कहा कि बोशहर में निगरानी बिलखुसूस तब बढ़ा दी गई जब अक्टूबर में इस प्लांट से दो फ़्यूल राड्स निकाले गए, जिससे सिर्फ़ दो माह क़बल इसे चालू किया गया था।
ताहम न्यूक्लियर माहिरीन फ़िलहाल इस प्लांट की हिफ़ाज़त पर ज़्यादा फ़िक्रमंद हैं, इसके बरख़िलाफ़ कि इसको न्यूकलीयाई हथियारों की तैयारी के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। तेहरान को शिकायत रही है कि अमेरीका बोशहर पर जासूसी कर रहा है, जिस पर कभी कुभार तो ग़ैर इंसान बर्दार तय्यारा का तआक़ुब करने लड़ाका जेट तय्यारे तक भेजे गए, उन पर फायरिंग की गई लेकिन निशाना चूक गया।
तेहरान ने पंटागान की जासूसी सरगर्मीयों पर बाक़ायदा एहतिजाज करते हुए 19 नवंबर को अक़वाम-ए-मुत्तहिदा सेक्रेटरी जनरल बान कीमून को मकतूब तहरीर किया। इस शिकायत में इल्ज़ाम आइद किया गया कि अमेरीका ने अपने ड्रोन फ्लाइट्स के ज़रीया ईरानी फ़िज़ाई हदूद की ख़िलाफ़वर्ज़ी की, लेकिन अमेरीका का इसरार है कि निगरानी का काम बैन-उल-अक़वामी क़ानून की मुताबिक़त में ईरान के ख़त-ए-साहिल से दूर रहते हुए मुनाक़िद किया गया।
दरीं असना सी आई ए ने मुख़्तलिफ़ मुल्कों में अपने फ़ौजी-ओ-सिफ़ारती अमले के साथ साथ सैंकड़ों की तादाद में जासूस मुतय्यन करने का फ़ैसला किया है ताकि वहां शिद्दत पसंदी को रोका जा सके। इस मक़सद के लिए नौजवान अमेरीकीयों की भर्ती का अमल शुरू हो गया है।