ईरान और भारत के रिश्ते आज से नहीं आर्यों के समय से हैं: अयातुल्लाह महदवी पूरी

जयपुर: ईरान के सुप्रीम लीडर धार्मिक नेता आयतुल्लाह सैयद अली खामाई के भारत में प्रतिनिधि अयातुल्ला महदी महदवी पुर ने जोधपुर निवास के दौरान मौलाना आजाद विश्वविद्यालय में “भारत और ईरान के सांस्कृतिक संबंध” पर अपने भाषण में छात्रों, छात्राओं और व्याख्याताओं से कहा कि भारत और ईरान के सांस्कृतिक, और भाषाई रिश्ते हजारों साल पुराने हैं.

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प्रदेश 18 के अनुसार, अयातुल्ला महदी महदवी ने खास कर राजस्थान और ईरान के बीच अजमेर में ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती और नागौर के हमीदुद्दीन नागौरी के हवाले से कहा कि यह दोनों ईरानी थे और उन्होंने राजस्थान को इस्लामी और सूफी प्रचार का केंद्र बनाया. अयातुल्ला महदी मेह्दवी ने मौलाना आजाद विश्वविद्यालय और मारवाड़ मुस्लिम एजूकेशनल एंड वील्फ़ेयर सोसाइटी जोधपुर द्वारा स्थापित संस्था और कल्याण के लिए चलने वाली संस्थाओं के सहयोग को खूब सराहा.
उन्होंने विश्वविद्यालय की स्थापना को समाज के लिए एक बड़ा कारनामा बताते हुए कहा कि इससे ईरान के विश्वविद्यालयों और मौलाना आजाद विश्वविद्यालय में नए रिश्तों की शुरुआत होगी. उन्होंने कहा कि ईरान और भारत के रिश्ते आज नहीं बल्कि आर्यों के समय से हैं. नई पीढ़ी को ज्ञान प्राप्त करने के साथ अपने धार्मिक सिद्धांतों और आध्यात्मिकता पर भी जोर देना चाहिए. उन्होंने सारी दुनिया के लिए भारत के शांति और अनुकूल संदेश की खूब प्रशंसा की.