ईरान और शाम पर मुज़ाकरात के लिए ब्रिक्स का ज़ोर

ब्रिक्स ग्रुप ने फ़रोग़ पाती मईशत की राह में हाइल सिफ़ारती रुकावटों को दूर करने पर ज़ोर देते हुए अक़वाम-ए-मुत्तहिदा और बैन-उल-अक़वामी मालीयाती फ़ंड के बिशमोल आलमी हुक्मरानी वाले इदारों अहम रोल की वकालत की। ब्रेकस ने मग़रिब से कहा कि ईरान का न्यूक्लियर मसला और शाम के बोहरान को हल करने का वाहिद रास्ता मुज़ाकरात हैं।

ब्राज़ील, रूस, हिंदूस्तान, चीन और जुनूबी अफ़्रीक़ा जो दुनिया की आबादी के निस्फ़ हिस्से पर मुश्तमिल ममालिक हैं और आलमी मजमूई पैदावार में भी अहम हिस्सा रखते हैं, अपनी मुक़ामी क्रंसीयों में तिजारत को फ़रोग़ देने के दो मुआहिदों पर दस्तख़त किए। इन मुल्कों ने एक मुशतर्का तरक़्क़ीयाती बैंक क़ायम करने के लिए एक वर्किंग ग्रुप तशकील देने से भी इत्तिफ़ाक़ किया ताकि इंफ़रास्ट्रक्चर में बाहमी सरमाया कारी को फ़रोग़ दिया जाए।

वज़ीर-ए-आज़म मनमोहन सिंह, सदर चीन हू जिनतो (Hu Jintao) सदर रूस दीमितरी मेदवीदेव (Dmitri Medvedev), ब्राज़ील के सरबराह ज़ोलमे रोज़ीफ़, जुनूबी अफ़्रीक़ा के सदर जैकब ज़ूमा ने आज इख़तेताम पज़ीर चौथी ब्रिक्स चोटी कान्फ्रेंस में आलमी हुक्मरानी वाले इदारों में इस्लाहात के लिए पुरज़ोर वकालत का अहया किया और आलमी बोहरान पर क़रीबी तआवुन के लिए ज़ोर दिया।

पाँच ममालिक के क़ाइदीन ने उभरती हुई मईशतों और तरक़्क़ी पज़ीर ममालिक को आलमी सतह पर तरक़्क़ी का हिस्सा बनने के लिए ज़ोर देते हुए क़ाबिल लिहाज़ और मुतवाज़िन आलमी मआशी तरक़्क़ी को फ़रोग़ देने की ख़ाहिश ज़ाहिर की। मनमोहन सिंह ने कहा कि हम ने शाम और ईरान में क़तई हल निकालने से इतेफ़ाक़ किया है।

दोनों मुल्कों के मसाइल सिर्फ़ मुज़ाकरात के ज़रीया हल किए जा सकते हैं। ईरान से मुताल्लिक़ सूरत-ए-हाल को मज़ीद भड़कने नहीं दिया जा सकता। ईरान के न्यूक्लियर तंसीबात को निशाना बनाने अमेरीका और इसराईल की जानिब से खु़फ़ीया मंसूबा बनाया जा रहा है, लेकिन ब्रिक्स ने इस सूरत-ए-हाल से बाहर निकलने के लिए मुज़ाकरात पर ज़ोर दिया है।

हिंदूस्तान ने सयासी ख़लल अंदाज़ियों को टालने पर ज़ोर दिया जिन से आलमी तवानाई की मंडियों में उथल पुथल पैदा होती हो और जिस का तिजारती बहाव पर असर होता है , जब कि यहां ब्रेकस सिम्ट की शुरूआत हुई जिसमें बैन बरीकसतजारत को बढ़ाने के तरीकों पर तबादला ख़्याल होगा और बैन अल-अक़वामी सतह की सूरत-ए-हाल का जायज़ा लिया जाएगा ।

चौथी ब्रिक़्स चोटी कान्फ्रेंस से ख़िताब करते हुए वज़ीर-ए-आज़म मनमोहन सिंह ने ये भी कहा कि इस ग्रुप ने जुनूब । जुनूब तर कियाती बंक तशकील देने की तजवीज़ का तफ़सीली जायज़ा लेने से इत्तेफ़ाक़ कर लिया है , इस बैंक के लिए फंड्स और इंतेज़ाम-ओ-इंसिराम ब्रेकस और दीगर तर कियाती ममालिक फ़राहम करेंगे।