ईरान ने अपने गुजिश्ता मुक़ाबला में अर्जनटीना के स्टार खिलाड़ी लियोनल मेसी को 90 मिनटों तक गोल करने के लिए जद्द-ओ-जहद करने पर मजबूर किया था। लेकिन इज़ाफ़ी वक़्त में मेसी ने गोल करते हुए ईरान को शानदार मुज़ाहरा के बावजूद मात देने में कलीदी रोल अदा किया था ताहम मेसी की टीम के ख़िलाफ़ शानदार कारकर्दगी से ईरान के हौसला काफ़ी बुलंद हैं और वो आज यहां खेले जाने वाले ग्रुप एफ़ के अपने आख़िरी मुक़ाबला को बोसनिया को मात देते हुए टूर्नामेंट के नाक आउट मरहला में पहुंचने का इरादा हैं।
सल्वाडोर में ईरान को ज़रूरी है कि वो बोसनिया को मात देते हुए अगले राउंड में पहुंच को यक़ीनी बनाए क्योंकि बोसनिया ग्रुप मरहला से पहले ही बाहर होचुकी है। उस वक़्त ईरान एक निशान के ज़रिया ग्रुप एफ़ में तीसरे मुक़ाम पर फ़ाइज़ है और ये निशान उसे नाईजीरिया के खेले गए मुक़ाबला को 0-0 से बराबर करने पर हासिल हुआ है।
ईरान जो ना सिर्फ़ बोसनिया को मात देने के लिए पुरअज़म है बल्कि उसकी ख़ाहिश है कि एक और मुक़ाबला में अर्जनटीना के ख़िलाफ़ नाईजीरिया निशान हासिल करने में नाकाम रहे क्योंकि ऐसी सूरत में ही ईरान इस ग्रुप से नाक आउट मरहले में रसाई हासिल करनेवाली दूसरी टीम होगी।