ईरान की एक जेल से रिहा शूदा तामिलनाडो के 16 मछेरे वज़ीर-ए-आला जय ललीता से मुलाक़ात करते हुए उनके बरवक़्त इक़दाम से उनकी रिहाई मुम्किन बनाने उनसे इज़हार-ए-तशक्कुर करेंगे। ज़राए के मुताबिक़ तमाम मछेरे मुंबई से यहां 7.15 बजे पहुंचने वाले हैं और रियासत के वज़ीर सम्कयात के ए जय पाल उनके हमराह होंगे।
ईरान से आने वाला तय्यारा 12 बजे मुंबई लैंडिंग करने वाला था लेकिन उसकी आमद में 35 मिनट की ताख़ीर हुई। जय पाल ने रियास्ती ओहदेदारों के साथ एयर पोर्ट पर मछेरों का खैरमक़दम किया। इन मछेरों का ताल्लुक़ रामनतापोरम , नागा पटनम , और कीना कुमारी से है।
तमाम मछेरों ने सब से पहले इस ख़ाहिश का इज़हार किया कि वज़ीर-ए-आला जया ललीता से मुलाक़ात कर के वो शख़्सी तौर पर उन से इज़हार-ए-तशक्कुर करना चाहते हैं। जय ललीता ने मछेरों की रिहाई के लिए ना सिर्फ़ मूसिर इक़दामात किए बल्कि उन के ( मछेरों) अरकान ख़ानदान को फ़ी ख़ानदान एक लाख रुपये की माली इमदाद भी फ़राहम की।
चेन्नई पहुंचने के बाद तमाम मछेरों को चेपॉक के स्टेट गेस्ट हाउस में ठहराया जाएगा। वज़ीर-ए-आला जय ललीता से मुलाक़ात के बाद वो तमाम अपने अपने आबाई वतन के लिए रवाना होजाएंगे।