तेहरान: ईरान की नई संसद में विद्वानों से अधिक महिलाएं होंगी। जबकि इसके सदस्यों के शपथ ग्रहण समारोह जारिया माह आयोजित की जाएगी। इस्लामी गणतंत्र ईरान के इतिहास में यह पहली बार होगा इससे देश विकासशील राजनीति का पता चलता है। कल के सरकारी चुनाव परिणाम से पता चलता है कि सुधारवादी और उदारवादी नेताओं में जिन्हें राष्ट्रपति हसन रूहानी का समर्थन प्राप्त है दूसरे चरण के चुनाव में शानदार जीत हासिल की है।