ईरान के इस्लामिक स्कॉलर की टीम पहुंचे दारुल उलूम देवबंद

ईरान के प्रसिद्ध दीनी इदारे मदरसा अरबिया हसनैन के उलमा के 13 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने रविवार को विश्वविख्यात इस्लामिक शिक्षण संस्था दारुल उलूम का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने संस्था के मोहतमिम से मुलाकात करते हुए यहां दी जानी वाली तालीम और व्यवस्था के बारे में जानकारी हासिल की।

अमर उजाला पर छपी खबर के मुताबिक, रविवार दोपहर करीब एक बजे मदरसा अरबिया हसनैन ईरान के नायब नाजिम (उप प्रभारी) मौलाना अब्दुल बासित के नेतृत्व में दारुल उलूम में पहुंचे 13 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने अहतमाम (मोहतमिम कार्यालय) में मोहतमिम मौलाना मुफ्ती अबुल कासिम नोमानी बनारसी से मुलाकात की। मोहतमिम ने उनका गर्मजोशी के साथ स्वागत किया।

इस दौरान प्रतिनिधिमंडल ने संस्था में दी जानी वाली तालीम, छात्रों के रहन सहन की व्यवस्था के साथ ही संस्था और देवबंदी उलमा के इतिहास के बारे में जानकारी हासिल की। दल के सदस्यों ने संस्था के भीतर रखे हुजूर पाक के रुमाल मुबारक का दीदार भी किया। यहां से वह लाइब्रेरी में पहुंचे जहां उन्होंने ऐतिहासिक पुस्तकों के जखीरे को देखा।

इसके उपरांत वह एशिया की प्रसिद्ध मस्जिद रशीदिया और निर्माणाधीन लाइब्रेरी को देखने पहुंचे। दल की अगुवाई कर रहे मौलाना अब्दुल बासित ने कहा कि उन्हें यहां आकर रुहानी सुकून महसूस मिला है। दारुल उलूम के बारे में जितना सुना और पढ़ा था यह उससे कहीं अधिक है।