ईरान के न्यूकलीयर मसला से सिफ़ारती तौर पर निमटा जायॆ वज़ीर-ए-आज़म

बाली ( इंडोनेशिया ) 19 नवंबर ( पी टी आई ) एक ऐसे वक़्त में जबकि बैन-उल-अक़वामी जौहरी तवानाई इदारा की जानिब से ईरान के नीवकलए प्रोग्राम से निमटने मुख़्तलिफ़ इमकानात का जायज़ा लिया जा रहा है।

वज़ीर-ए-आज़म डाक्टर मनमोहन सिंह ने आज कहा कि इस मसला से सिफ़ारती अंदाज़ में निमटा जाना चाहीए । उन्हों ने इस मसला पर अमरीकी सदर बारक ओबामा से भी तबादला-ए-ख़्याल किया । डाक्टर सिंह की ओबामा से आसियान चोटी कान्फ़्रैंस के मौक़ा पर मुलाक़ात हुई थी ।

उन्हों ने कहा कि ईरान के न्यूकलीयर प्रोग्राम से मुताल्लिक़ उमूर को सिफ़ारती अंदाज़ में हल किया जाना चाहीए । अक़वाम-ए-मुत्तहिदा के न्यूकलीयर इदारा आई ए ई ए की जानिब से ईरान के ख़िलाफ़ इस के न्यूकलीयर प्रोग्राम पर एक तन्क़ीदी रिपोर्ट तैय्यार की जा रही है ऐसे में सरकारी ज़राए का कहना है कि ये एक काबिल तशवीश तबदीली है और हिंदूस्तान नहीं चाहता कि ईरान न्यूकलीयर हथियार हासिल कर ले ।

ज़राए का कहना है कि ये रिपोर्ट काबुल तशवीश है । रिपोर्ट में कहा गया है कि ईरान की जानिब से न्यूकलीयर धमाको हथियार तैय्यार करने की सरगर्मीयां चल रही हैं।

ज़राए ने कहा कि अगर ईरान न्यूकलीयर हथियार तैय्यार कर लेता है तो इस के इलाक़ा में सीकीवरीटी असरात मुरत्तिब होंगे जो हिंदूस्तान नहीं चाहता कि हॊ। इसी लिए हिंदूस्तान ने आई ए ई ए के इजलास में ईरान के ख़िलाफ़ वोट दिया था ।

ज़राए ने वाज़िह किया कि हिंदूस्तान का इस्तिदलाल ये भी है कि ईरान न्यूकलीयर तवानाई बैन-उल-अक़वामी क़वानीन के मुताबिक़ पुरअमन मक़ासिद केलिए इस्तिमाल करने का इख़तियार रखता है ।

गुज़शता हफ़्ते आई ए ई ए रिपोर्ट मंज़रे आम पर आई थी जिस में ईरान पर इल्ज़ाम था कि वो न्यूकलीयर हथियार तैय्यार कर रहा है । ताहम ईरान ने इस रिपोर्ट को बेबुनियाद क़रार देते हुए मुस्तर्द करदिया था।