ईरान के बैंक एकाऊंटस बहाल किए जाएं

नई दिल्ली: ईरान ने बैन-उल-अक़वामी तहदीदात ख़त्म होने के बाद हिन्दुस्तान से कहा है कि वो हिन्दुस्तानी बैंकों में इस के एकाऊंटस दुबारा बहाल कर दे और ईरानी बैंक्स को वहां अपने दफ़ातिर खोलने की इजाज़त दे। सरकारी ज़राए ने बताया कि ईरान चाहता है कि UCO बैंक अपना नुमाइंदा दफ़्तर ईरान में क़ायम करे।

ईरान उस वक़्त दुनिया भर के साथ तिजारती और बैंकिंग रवाबित जल्द अज़ जल्द बहाल करना चाहता है। तहरान ने पहले ही आईडीबी आई बैंक के साथ एक एकाऊंट खोला है। ईरान के सैंटर्ल बैंक ने गुज़िश्ता माह ऐलान किया था कि मुल्क के12 बैंक्स की SWIFT पाबंदियां ख़त्म की जा चुकी हैं और उन्हें सोइफ़ट से मरबूत किया जा रहा है।

मार्च 2012 से ईरान का बैंकिंग सिस्टम सोइफ्ट से मुनक़ते था, क्योंकि उसे न्यूक्लीयर प्रोग्राम की वजह से तहदीदात का सामना था। सैंटर्ल बैंक आफ़ ईरान के नायब गवर्नर ग़ुलाम अली कामयाब ने हिन्दुस्तानी ओहदेदारों को बताया है कि बैंक पिसर गाज़ और परशियन बैंक अपने नुमाइंदा ऑफ़िस , हिन्दुस्तान में खोलने के ख़ाहां हैं जबकि सुमन बैंक यहां एक शाख़ क़ायम करना चाहता है।

तहरान चाहता है कि रिज़र्व बैंक आफ़ इंडिया और विज़ारत फाईनेंस हिन्दुस्तानी बैंक में ईरान के बैंक एकाऊंटस को दुबारा बहाल करे। स्टेट बैंक आफ़ इंडिया में ईरान के 11 एकाऊंटस हैं जिनमें सैंटर्ल बैंक आफ़ ईरान भी शामिल हैं|